एक करता चोरी, दूसरा रहता CCTV के सामने
Story of Vicious Theft – मऊगंज, मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश के मऊगंज थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक अनोखी चोरी की वारदात का पर्दाफाश किया है। इस घटना में जुड़वा भाइयों सौरभ वर्मा और संजीव वर्मा ने अपनी समानता का फायदा उठाकर पुलिस और CCTV को चकमा देने की कोशिश की। इनके साथ तीसरे आरोपी रविशंकर विश्वकर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है।

कैसे जुड़वा भाइयों ने रची चालाकी भरी योजना? | Story of Vicious Theft
- चोरी की रणनीति:
सौरभ और संजीव, जो जुड़वा भाई हैं, एक ही जैसे कपड़े पहनकर अपनी पहचान छिपाते थे। चोरी के समय एक भाई चोरी करता था, जबकि दूसरा CCTV कैमरों के सामने मौजूद रहकर खुद को निर्दोष साबित करने की योजना बनाता था। Also Read – PM Kisan Yojana 2025 : नए साल में किसानों को मिलेंगी 2 बड़ी सौगातें - घटना का विवरण:
23 दिसंबर की रात, मऊगंज थाना क्षेत्र के चाक मोड़ इलाके में सत्यभान सोनी के सूने घर को निशाना बनाया गया। आरोपियों ने घर से नकदी और कीमती सामान चुरा लिए। - पुलिस को गुमराह करने की कोशिश:
जब पुलिस ने सौरभ को गिरफ्तार किया, तो उसका जुड़वा भाई संजीव पुलिस थाने में पैरवी करने पहुंचा। दोनों भाइयों की समानता ने पुलिस को भ्रमित कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई और चौंकाने वाले खुलासे
- गिरफ्तारी:
मऊगंज पुलिस ने सौरभ वर्मा, संजीव वर्मा और उनके साथी रविशंकर विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर लिया। - CCTV का चकमा:
दोनों भाई एक ही जैसे कपड़े पहनते थे और CCTV कैमरों में कैद फुटेज को सबूत के तौर पर कमजोर बनाने की कोशिश करते थे। - एसपी का बयान:
मीडिया से चर्चा करते हुए एसपी ने बताया कि यह मामला बेहद अनोखा था। जब एक भाई को पुलिस हिरासत में लिया गया, तो दूसरा थाने में आकर खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश करता था।
गांव में चर्चा और पुलिस की सतर्कता | Story of Vicious Theft
इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। लोग जुड़वा भाइयों की चालाकी पर हैरान हैं। पुलिस ने अब सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
सुरक्षा के लिए पुलिस की अपील
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों और प्रतिष्ठानों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करें। साथ ही, किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
यह घटना दिखाती है कि अपराधी कितनी चालाकी से तकनीक और अपनी विशेषताओं का दुरुपयोग कर सकते हैं। हालांकि, पुलिस की मुस्तैदी और सतर्कता ने इन शातिर चोरों को कानून के शिकंजे में लाने का काम किया। Also Read – Digital Certificate : मध्यप्रदेश में जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रीकरण नियम, 2024 लागू