महंगाई को नियंत्रित करते हुए आर्थिक स्थिरता बनाए रखना उद्देश्य
RBI Update – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट को लगातार 10वीं बार बिना बदलाव के 6.5% पर बरकरार रखा है, जिससे होम लोन और कार लोन की EMI में कोई वृद्धि नहीं होगी। RBI ने फरवरी 2023 में आखिरी बार दरें 0.25% बढ़ाई थीं, और उसके बाद से ब्याज दर स्थिर बनी हुई है। इसका उद्देश्य महंगाई को नियंत्रित करते हुए आर्थिक स्थिरता बनाए रखना है।
बेसिक होम लोन्स के सह-संस्थापक अतुल मोंगा के अनुसार, RBI का निर्णय वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक परिदृश्यों के साथ संतुलन बनाए रखने पर आधारित है, खासकर मध्य पूर्व की मौजूदा स्थिति को देखते हुए। विशेषज्ञों का मानना है कि दिसंबर या फरवरी में रेपो रेट में 0.25% की कटौती संभव है, लेकिन अभी के लिए दरें स्थिर रखी गई हैं ताकि रुपए की मजबूती और आयात लागत पर दबाव न पड़े। Also Read – Jungle Video : जंगल में जीवित रहने की चुनौती : मगरमच्छ और तेंदुए का शिकार
RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि मौजूदा परिस्थितियों में महंगाई में थोड़ी नरमी बनी रहेगी, जबकि ब्याज दरें स्थिर रहेंगी। साथ ही, SDF रेट 6.25% और MSF रेट 6.75% पर रहेगी। बैंक ने अपने रुख को न्यूट्रल कर दिया है, जिसका मतलब है कि आगे भी दरों में अचानक कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा।
इस निर्णय से घरेलू और व्यापारिक उधारकर्ताओं को राहत मिली है, क्योंकि EMI पर किसी प्रकार का अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिरता अल्पकालिक हो सकती है, और भविष्य की एमपीसी बैठकों में नए आर्थिक आंकड़ों के आधार पर दरों में बदलाव की संभावना बनी रहेगी।
इस बदलाव का महत्व | RBI Update
RBI के इस फैसले से अर्थव्यवस्था में स्थिरता बनी रहेगी, जबकि महंगाई पर काबू पाने में भी मदद मिलेगी। इससे उधारकर्ताओं और निवेशकों दोनों को फायदा होगा, क्योंकि ब्याज दरों में स्थिरता बनी रहने से आर्थिक योजना बनाना आसान हो जाएगा। Also Read – Sher Ka Video : डंडा लेकर शेर के पास पहुंचा शख्स : जंगल की अनोखी घटना