Narmada Expressway: मध्यप्रदेश में अगले साल तक एक ऐतिहासिक एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है, जो प्रदेश की सबसे लंबी सड़क बनेगी। यह लगभग 1200 किमी लंबी सड़क 11 जिलों से होकर गुजरेगी और इसका निर्माण लगभग 31,000 करोड़ रुपए की लागत से होगा। इस एक्सप्रेस-वे को नर्मदा एक्सप्रेस-वे के नाम से जाना जाएगा, जो न केवल प्रदेश के विकास को गति देगा, बल्कि छत्तीसगढ़ और गुजरात जैसे पड़ोसी राज्यों से भी जुड़ेगा।

नर्मदा एक्सप्रेस-वे के मार्ग पर पड़ने वाले जिले | Narmada Expressway
नर्मदा एक्सप्रेस-वे का निर्माण अनूपपुर जिले के अमरकंटक से लेकर अलीराजपुर जिले तक किया जा रहा है। यह एक्सप्रेस-वे अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी और अलीराजपुर जैसे 11 जिलों से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से इन जिलों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, और इन क्षेत्रों के विकास को भी नया मुकाम मिलेगा। Also Read – MP Excise Constable Vacancy 2025: मध्य प्रदेश में आबकारी आरक्षक पदों पर भर्ती
राजमार्गों की कनेक्टिविटी और चौड़ीकरण
नर्मदा एक्सप्रेस-वे के माध्यम से 30 से अधिक नेशनल हाइवे और स्टेट हाइवे जुड़ेंगे, जिससे इन मार्गों पर यात्रा करना और भी आसान होगा। इनमें से कई स्टेट हाइवे फिलहाल टू-लेन हैं, लेकिन भविष्य में इन्हें फोरलेन में परिवर्तित किया जाएगा, जिससे इन क्षेत्रों के आसपास बसे शहरों और कस्बों के लोगों को बेहतर यातायात की सुविधा मिलेगी।
छत्तीसगढ़ और गुजरात को जोड़ने वाला एक्सप्रेस-वे | Narmada Expressway
नर्मदा एक्सप्रेस-वे की एक खासियत यह है कि यह छत्तीसगढ़ और गुजरात राज्यों को भी जोड़ने का काम करेगा। अनूपपुर से यह छत्तीसगढ़ से जुड़ेगा और अलीराजपुर से यह अहमदाबाद को जोड़ते हुए गुजरात तक पहुंचेगा। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से इन तीन राज्यों के बीच व्यापार, यात्रा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
पर्यटन और निवेश के नए अवसर
नर्मदा एक्सप्रेस-वे के निर्माण से ओंकारेश्वर, अमरकंटक, भेड़ाघाट-लमेटाघाट जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भी पर्यटन में वृद्धि होगी। इसके अलावा, इस परियोजना से निवेश के नए अवसर भी पैदा होंगे, जो इन क्षेत्रों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेंगे। Also Read – “घबराने की ज़रूरत नहीं”: भारतीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चीन में फैल रहे HMPV Virus पर दी जानकारी