238 रिश्वतखोर पकड़े गए
MP Lokayukt – मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार एक गंभीर समस्या बन चुकी है, लेकिन लोकायुक्त की टीम इसे जड़ से खत्म करने के लिए सक्रिय हो गई है। साल 2024 में लोकायुक्त ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 238 रिश्वतखोरों को पकड़ा है। खास बात यह है कि इनमें से 120 कार्रवाइयां केवल तीन महीनों (25 सितंबर से 31 दिसंबर) के दौरान की गईं। इन कार्रवाइयों में 95 मामले ट्रैप ऑपरेशन के तहत दर्ज किए गए हैं।

इंदौर और जबलपुर ट्रैप मामलों में आगे | MP Lokayukt
लोकायुक्त की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रैप ऑपरेशन के मामले में इंदौर सबसे आगे है। साल 2024 में यहां 53 कार्रवाइयां हुईं, जो प्रदेश के अन्य संभागों की तुलना में सबसे अधिक हैं। वहीं, जबलपुर 42 कार्रवाइयों के साथ दूसरे स्थान पर है। Also Read – MP Shikshak : मध्यप्रदेश में शिक्षकों के लिए नई सौगात
भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा और तेज
भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई को और प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने नई व्यवस्थाएं लागू की हैं। अब जांच के नाम पर अफसर फाइलों को लंबे समय तक रोक नहीं पाएंगे। अभियोजन स्वीकृति के लिए नियुक्तिकर्ता अधिकारी को 45 दिनों के भीतर निर्णय लेना होगा। इसके लिए समयसीमा और प्रक्रिया तय कर दी गई है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को नई दिशा | MP Lokayukt
लोकायुक्त की टीम ने न केवल ट्रैप ऑपरेशन बल्कि भ्रष्टाचार से जुड़ी अन्य शिकायतों पर भी तेजी से जांच शुरू की है। सरकार और लोकायुक्त के बीच बेहतर समन्वय ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को नई दिशा दी है। Also Read – MPPSC Bharti 2025 : 10 SDM सहित 158 पदों पर भर्ती
उम्मीद की किरण
इस सख्त कार्रवाई से प्रदेश में एक सकारात्मक संदेश गया है। जनता को उम्मीद है कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाकर प्रदेश को एक ईमानदार और पारदर्शी प्रशासन की ओर ले जाया जाएगा।
यह कार्रवाई न केवल भ्रष्टाचारियों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि प्रदेश के नागरिकों के लिए यह भरोसा भी जगाती है कि भ्रष्टाचार मुक्त समाज की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। Also Read – MP News : नए साल पर युवा, महिला, किसान और गरीबों के लिए चार बड़े मिशन