MP ESB Bharti – मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (MP ESB) ने परीक्षा संचालन और रिजल्ट प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। अब परीक्षाओं के परिणाम तैयार करने के लिए नार्मलाइजेशन की जगह “नार्मलाइज्ड इक्वी-पर्सेंटाइल (NEP) स्केलिंग तकनीक” अपनाई जाएगी।

नए फॉर्मूले की जरूरत क्यों पड़ी? | MP ESB Bharti
अब तक कई परीक्षाओं में यह समस्या देखी गई कि अभ्यर्थियों को कुल अंकों से अधिक अंक प्राप्त हो रहे थे। इसी विसंगति को दूर करने के लिए MP ESB ने NEP पद्धति को लागू करने का निर्णय लिया है। Also Read – Betul Crime News : ब्लैकमेलिंग के शिकार युवक ने की आत्महत्या की कोशिश
NEP पद्धति के तहत कैसे तैयार होंगे परीक्षा परिणाम?
एक चरणीय परीक्षाएं:हर परीक्षा पारी में उपस्थित उम्मीदवारों के स्कोर के आधार पर पर्सेंटाइल स्कोर निकाला जाएगा।फिर सभी पारियों के पर्सेंटाइल स्कोर को मिलाकर अंतिम मेरिट सूची तैयार की जाएगी।बहु-चरणीय परीक्षाएं:पहले चरण के पर्सेंटाइल स्कोर के आधार पर वेल्यू निकाली जाएगी।फिर T-स्कोर की गणना होगी, जिसमें प्रश्नपत्र के अधिकतम अंकों का आधा और मानक मूल्य ध्यान में रखा जाएगा।
पुराने नियमों को किया गया निरस्त | MP ESB Bharti
MP ESB ने 4 अगस्त 2016 के आदेश को रद्द कर इस नई प्रक्रिया को लागू किया है।अब एक से अधिक पारियों में होने वाली परीक्षाओं के साथ-साथ बहु-चरणीय परीक्षाओं के परिणाम भी इसी फॉर्मूले के तहत तैयार किए जाएंगे।
नई प्रक्रिया के लाभ
परीक्षा परिणाम अधिक सटीक और निष्पक्ष होंगे।
अभ्यर्थियों को पूर्णांक से अधिक स्कोर मिलने की समस्या समाप्त होगी।
बहु-चरणीय परीक्षाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी।
परिणाम तैयार करने में कोई तकनीकी विसंगति नहीं रहेगी।
MP ESB द्वारा अपनाया गया NEP स्केलिंग फॉर्मूला परीक्षा प्रणाली को और ज्यादा पारदर्शी और विश्वसनीय बनाएगा। इससे परीक्षार्थियों को निष्पक्ष परिणाम मिलने की गारंटी मिलेगी और भर्ती प्रक्रियाओं में भी सुधार होगा। Also Read – MP Kisan : कोटेश्वर महोत्सव में मुख्यमंत्री की बड़ी घोषणाएं