MP Atithi Shikshak : क्या मोहन यादव पूरा करेंगे शिवराज सिंह चौहान का सबसे बड़ा राजनीतिक वादा

MP Atithi Shikshak: Will Mohan Yadav fulfill Shivraj Singh Chauhan's biggest political promise?
Spread the love

आज भी उनसे जुड़ी हुई हैं प्रदेश की जनता की उम्मीदें 

MP Atithi Shikshak – पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब केंद्र की राजनीति में सक्रिय हैं, लेकिन मध्य प्रदेश की जनता की उम्मीदें आज भी उनसे जुड़ी हुई हैं। हाल ही में एक घटना ने इस बात को और स्पष्ट कर दिया। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जब सीहोर जिले के भेरुंदा पहुंचे, तो वहाँ अतिथि शिक्षकों ने उनका काफिला रोक लिया और उनसे मुलाकात की। इन शिक्षकों ने नियमितीकरण की मांग की और कहा, “मामा, आपसे ही उम्मीद है।

बात सुनकर दिया आश्वासन | MP Atithi Shikshak 

शिवराज सिंह चौहान ने उनकी बात सुनकर आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लेंगे और उनकी बात करेंगे। जब अतिथि शिक्षकों ने उनसे वादा पूरा करने की बात की, तो एक शिक्षक ने कहा कि उन्हें नियमितीकरण पर स्पष्ट उत्तर चाहिए। अन्य शिक्षक ने कहा कि शिक्षा मंत्री का बयान सुनकर उनका मनोबल टूट गया है, और अब उनकी उम्मीदें केवल शिवराज पर निर्भर हैं। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। Also Read – MP Atithi Shikshak : अतिथि शिक्षकों को बड़ा झटका, नहीं होंगे परमानेंट 

भोपाल लौटते ही सक्रिय हुए शिवराज सिंह

इस के बाद, शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात में कई मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसमें अतिथि शिक्षकों का नियमितीकरण भी शामिल था। हालांकि, आधिकारिक तौर पर चर्चा के विषयों की जानकारी नहीं दी गई, लेकिन सूत्रों का कहना है कि सीएम मोहन यादव ने इस मुद्दे पर उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया है।

शिवराज सिंह चौहान का पुराना वादा | MP Atithi Shikshak

जब शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण का वादा किया था। 2023 में भाजपा सरकार बनी, लेकिन शिवराज मुख्यमंत्री नहीं रहे। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि मोहन यादव इस वादे को पूरा कर सकते हैं, हालाँकि इस पर उन्होंने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

सियासत में तेज हुआ तापमान

मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण की मांग को लेकर एक स्पष्ट जवाब दिया था। उन्होंने कहा, “अतिथि” का मतलब मेहमान है; क्या आप हमारे घर पर कब्जा करेंगे? इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।

लंबी चली आ रही है नियमितीकरण की मांग | MP Atithi Shikshak

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मध्य प्रदेश में लगभग 70,000 अतिथि शिक्षक लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। हाल ही में दो केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात के बाद उनकी मांगें एक बार फिर से तेज हो गई हैं। Also Read – MP News : इन कर्मचारियों की हुई मौज, 69 लाख 42 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि ट्रांसफर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *