DAP Shortage in India : रूस-यूक्रेन युद्ध, फारस की खाड़ी संकट और भारत में डीएपी की कमी

DAP Shortage in India: Russia-Ukraine war, Persian Gulf crisis and DAP shortage in India
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किसानों का संघर्ष

DAP Shortage in India – भारत में डाइ-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) खाद की भारी कमी का सामना कर रहे किसानों के लिए यह एक गंभीर समस्या बन गई है। विशेष रूप से हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में, जहां रबी फसलों के लिए डीएपी की मांग अत्यधिक होती है। 2024 के अप्रैल से अक्टूबर के बीच डीएपी की बिक्री में 25.4% की गिरावट आई है, जबकि नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे अन्य उर्वरकों की बिक्री में 23.5% की वृद्धि हुई है।

DAP Shortage in India: Russia-Ukraine war, Persian Gulf crisis and DAP shortage in India
DAP Shortage in India: Russia-Ukraine war, Persian Gulf crisis and DAP shortage in India

रूस-यूक्रेन युद्ध और फारस की खाड़ी संकट का प्रभाव | DAP Shortage in India

रूस-यूक्रेन युद्ध: रूस और यूक्रेन, दोनों ही उर्वरक उत्पादन में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। रूस प्राकृतिक गैस का बड़ा उत्पादक है, जो डीएपी के उत्पादन में अहम भूमिका निभाता है। युद्ध के कारण रूस पर लगाए गए अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान ने वैश्विक उर्वरक कीमतों को बढ़ा दिया और आपूर्ति में कमी कर दी। भारत, जो डीएपी का अधिकांश आयात रूस और अन्य देशों से करता है, इस संकट से प्रभावित हुआ है। Also Read – DAP Rack : जिले में किसानों को निरंतर उर्वरकों की आपूर्ति

फारस की खाड़ी संकट: फारस की खाड़ी क्षेत्र, जिसमें ईरान, इराक, कुवैत, सऊदी अरब और अन्य देश शामिल हैं, प्राकृतिक गैस और पोटाश के प्रमुख स्रोत हैं। हालांकि, इस क्षेत्र में सुरक्षा संकट और राजनीतिक अस्थिरता के कारण उर्वरकों की आपूर्ति में रुकावटें आती हैं। इन संघर्षों के कारण समुद्री मार्गों पर भी खतरे बढ़ जाते हैं, जिससे व्यापार में देरी और आपूर्ति में बाधाएं आती हैं।

किसानों का संघर्ष और सरकारी प्रयास

भारत में डीएपी की कमी के कारण किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। खासकर रबी फसल के मौसम में, जब डीएपी की जरूरत अधिक होती है, किसानों को लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे कृषि प्रधान राज्यों में किसान यूनियनों ने सरकार से उर्वरकों की आपूर्ति बढ़ाने की मांग की है। इन राज्यों में किसानों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन भी किए हैं।सरकार ने उर्वरकों की आयातित आपूर्ति बढ़ाने और वितरण व्यवस्था को सुधारने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन स्थिति में सुधार धीमा है।

कैसे मिलेगा समाधान? | DAP Shortage in India

भारत को उर्वरक संकट से निपटने के लिए दीर्घकालिक उपायों की आवश्यकता है। सरकार को घरेलू उर्वरक उत्पादन क्षमता बढ़ाने, किसानों को वैकल्पिक उर्वरकों के बारे में जागरूक करने और कृषि क्षेत्र में आधुनिकीकरण की दिशा में कदम उठाने होंगे। इसके साथ ही, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के उतार-चढ़ाव से बचने के लिए एक मजबूत नीति तैयार करनी होगी। Also Read – Mid Day Meal : बेहतर स्वास्थ्य और शुद्ध मानसिकता का आधार है आहार : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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