Benefits of Arjuna bark tea : बंद नसों का समाधान, जानें फायदे और बनाने का तरीका

Benefits of Arjuna bark tea: Solution for clogged veins, know the benefits and how to make it
Spread the love

Benefits of Arjuna bark tea – अर्जुन एक अद्भुत आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसे हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। आयुर्वेद में इसे हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने, उन्हें ऊर्जा प्रदान करने और रक्त प्रवाह को सुचारू बनाने के लिए एक प्रभावशाली औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है। यह हृदय से जुड़ी समस्याओं को दूर करने और समग्र स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है।

अर्जुन की छाल की चाय कैसे बनाएं? | Benefits of Arjuna bark tea

अर्जुन की छाल का सबसे प्रभावी उपयोग इसकी चाय के रूप में होता है। इसे बनाना बेहद सरल है और यह स्वाद में भी लाजवाब है। Also Read – Farmers Benefit : बारिश में भी अब सुगम होगा किसानों का खेतों तक पहुँचना – विधायक खंडेलवाल का बड़ा कदम

सामग्री:

अर्जुन की छाल: 10 ग्रामपानी: 400 मिलीलीटरगाय का दूध: 400 मिलीलीटरदालचीनी: एक चुटकी (वैकल्पिक)

विधि: | Benefits of Arjuna bark tea

छाल भिगोना: अर्जुन की छाल को 400 मिलीलीटर पानी में 8 घंटे के लिए भिगो दें।

दूध मिलाना: इसमें 400 मिलीलीटर गाय का दूध डालें।

उबालना: इस मिश्रण को तब तक उबालें जब तक यह आधा न हो जाए।

चाय तैयार: चाय को छान लें और एक कप में डालें। आप स्वाद बढ़ाने के लिए एक चुटकी दालचीनी भी मिला सकते हैं।

जल्दी बनाने का तरीका: यदि आपके पास समय कम है, तो छाल को पानी और दूध के साथ सीधे उबालकर भी चाय तैयार कर सकते हैं। यह भी उतना ही प्रभावी होता है।

अर्जुन की छाल की चाय के अद्भुत फायदे | Benefits of Arjuna bark tea

हृदय को स्वस्थ बनाना: दिल की पंपिंग क्षमता को सुधारती है और मांसपेशियों को मजबूत करती है।कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण: खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाने में मददगार है।रक्तदाब नियंत्रण: हाई और लो ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने में सहायक।बंद नसों को खोलना: रक्त प्रवाह को बेहतर बनाकर अवरुद्ध नसों को खोलने में मदद करती है।ऊर्जा प्रदान करना: शरीर और हृदय को ऊर्जा से भरपूर रखने में सहायता करती है।

अर्जुन की छाल का नियमित सेवन क्यों करें?

हृदय रोग आजकल एक गंभीर समस्या बन चुका है। अर्जुन की छाल का सेवन इन समस्याओं से बचाने और आपके दिल को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखने का एक प्राकृतिक उपाय है।

नोट: इस चाय का सेवन करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें, खासकर यदि आप किसी मौजूदा स्वास्थ्य समस्या का सामना कर रहे हैं। Also Read – Benefits of Desi Ghee With Garlic : देसी घी में फ्राई किया हुआ लहसुन खाने के फायदे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *