Tulsi Poojan ka Sandesh : संत श्री आशारामजी बापू के समर्थन में भागवत कथाकार ने दिया तुलसी पूजन का संदेश

Tulsi Poojan ka Sandesh: Bhagwat Kathakar gave the message of Tulsi Poojan in support of Saint Shri Asharamji Bapu.
Spread the love

गंज के माता मंदिर में 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस का आयोजन, पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहने का आह्वान

Tulsi Poojan ka Sandeshबैतूल। केसर बाग में सलूजा परिवार द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के समापन अवसर पर सुप्रसिद्ध भागवत कथाकार हित शरण अतुल कृष्ण शास्त्री जी ने संत श्री आशारामजी बापू के सेवा कार्यों का समर्थन करते हुए 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस मनाने का आह्वान किया।

Tulsi Poojan ka Sandesh: Bhagwat Kathakar gave the message of Tulsi Poojan in support of Saint Shri Asharamji Bapu.
Tulsi Poojan ka Sandesh: Bhagwat Kathakar gave the message of Tulsi Poojan in support of Saint Shri Asharamji Bapu.

कथा के दौरान शास्त्री जी ने व्यासपीठ से कहा कि संतों का जीवन समाज को प्रेरणा देता है और उनके उपदेशों का पालन करने से जीवन में सुख-शांति और कल्याण आता है। उन्होंने विशेष रूप से संत श्री आशारामजी बापू के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि बापूजी ने आदिवासी क्षेत्रों में सेवा कार्य करके न केवल धर्मांतरण को रोका, बल्कि हिंदू समाज की रक्षा में भी अहम भूमिका निभाई। Also Read – Betul News : पुलिस की बड़ी कार्रवाई, जुए के अड्डे पर छापा

तुलसी पूजन दिवस का महत्व | Tulsi Poojan ka Sandesh

हित शरण शास्त्री जी ने 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया और पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि तुलसी का पूजन मानसिक शांति और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है, बल्कि मानसिक अवसाद और नशे की आदतों से बचने में भी मदद करता है। शास्त्री जी ने यह भी कहा कि तुलसी का पूजन हमें धर्म की राह पर चलने की प्रेरणा देता है और यह आत्महत्या, हत्या और दुर्घटनाओं जैसी घटनाओं से भी बचाता है।

कार्यक्रम की विशेषताएँ

इस कार्यक्रम की शुरुआत तुलसी पूजन से हुई, जो सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चला। इसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ ही शारदा सहायता समिति द्वारा रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया।

समाज के प्रति संतों का योगदान

शास्त्री जी ने संतों के कार्यों की महिमा बताते हुए कहा कि संतों का जीवन समाज की सेवा में समर्पित होता है। उन्होंने बापूजी के सेवा कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि बापूजी ने मानवता की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया है और उनके निर्देशों पर ही समाज में सेवा कार्य हो रहे हैं और आगे भी होते रहेंगे।

आगामी कार्यक्रम | Tulsi Poojan ka Sandesh

समिति ने घोषणा की कि 25 दिसंबर को गंज स्थित माता मंदिर में प्रातः 11 बजे और चिखलार स्थित आश्रम में तुलसी पूजन दिवस हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। सभी धर्मप्रेमी नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे इस कार्यक्रम में अपने परिवार के साथ शामिल हों और घरों में भी तुलसी पूजन कर इस अभियान को सफल बनाएं।

यह कार्यक्रम समाज में धार्मिक जागरूकता बढ़ाने और पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहने की प्रेरणा देने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। Also Read – Betul Crime News : कोतवाली पुलिस ने सुलझाया अंधे कत्ल का मामला

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *