स्वतंत्रता दिवस समारोह स्थल की घटना
Threat to Shoot Journalist – बैतूल – मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक ओर जहां स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन हो रहा था, वहीं दूसरी ओर एक अधिमान्य पत्रकार को धमकी देकर पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया। इस घटना के दौरान, जब प्रभारी मंत्री, विधायक, कलेक्टर, और एसपी भी मौजूद थे, मीडिया के प्रति दिखाई गई इस दुर्व्यवहार ने पत्रकारों के बीच गहरी नाराजगी पैदा कर दी।
अधिमान्य पत्रकार से जुड़ा मामला | Threat to Shoot Journalist
स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान पुलिस परेड मैदान में एक बार फिर पुलिस के व्यवहार से सभी को असहजता का सामना करना पड़ा। यह घटना स्थानीय समाचार पत्र ‘सांझवीर टाइम्स’ के उपसंपादक ज्ञानदेव लोखंडे के साथ घटी। सुबह 9 बजे जब वे पुलिस ग्राउंड में आयोजित मुख्य समारोह में शामिल होने के लिए पत्रकार दीर्घा की ओर बढ़ रहे थे, तो सब-इंस्पेक्टर बीपी सिंह बुंदेला ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। Also Read – Cute Application : छुट्टी का नया तरीका! स्टूडेंट का लेटर पढ़कर हंसी छूट जाएगी
बार बार बताने पर भी नहीं किया स्वीकार
ज्ञानू ने खुद को अधिमान्य पत्रकार बताया, लेकिन सब-इंस्पेक्टर ने इसे स्वीकार नहीं किया। जब ज्ञानू ने अपना परिचय पत्र दिखाया, तब भी उन्हें पत्रकार मानने से इनकार कर दिया गया। जब ज्ञानू ने फिर से जाने की कोशिश की, तो उन्हें प्रवेश करने पर गोली मारने की धमकी दी गई। इससे आहत होकर, ज्ञानू ने जिला जनसंपर्क अधिकारी मुकेश दुबे से संपर्क किया, जिन्होंने सब-इंस्पेक्टर को बताया कि ज्ञानू एक सक्रिय और अधिमान्य पत्रकार हैं। इसके बावजूद, सब-इंस्पेक्टर ने उन्हें रोकने की कोशिश की और दावा किया कि उनका परिचय पत्र फर्जी है।
गोली मारने की धमकी | Threat to Shoot Journalist
जब ज्ञानू ने जनसंपर्क विभाग के एक अन्य कर्मचारी को बुलाया, तो सब-इंस्पेक्टर ने उसे भी धमकाया और ज्ञानू को पत्रकार दीर्घा में प्रवेश करने से मना कर दिया। सब-इंस्पेक्टर ने उन्हें दोबारा चेतावनी दी कि यदि वे बहस जारी रखते हैं, तो उन्हें गोली मार दी जाएगी। इस घटना के बाद, प्रभारी मंत्री के परेड निरीक्षण के बाद, कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और एसपी निश्चल एन झारिया को इस घटना की जानकारी दी गई। पत्रकारों की नाराजगी को देखते हुए, कलेक्टर और एसपी ने आश्वासन दिया कि सब-इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की जाएगी। जिला जनसंपर्क अधिकारी मुकेश दुबे ने भी इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने सब-इंस्पेक्टर से ज्ञानू के पत्रकार होने और उनके प्रवेश के अधिकार के बारे में बात की थी। इसके बाद भी सब-इंस्पेक्टर ने अगर ऐसा व्यवहार किया, तो वे खुद इस मामले को कलेक्टर के संज्ञान में लाएंगे। Also Read – WHO warning regarding earbuds : इयरबड्स को लेकर WHO की चेतावनी, हो सकता है बहरापन