सरकार का राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत बड़ा कदम
Pashu Dhan Mission – कड़कनाथ मुर्गा, जो अपनी अद्वितीय विशेषताओं और पोषण संबंधी लाभों के लिए जाना जाता है, अब छोटे शहरों के साथ-साथ मध्य प्रदेश के बड़े शहरों में भी आसानी से उपलब्ध होगा। राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत, राज्य सरकार ने कड़कनाथ के उत्पादन और बिक्री को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है।

कड़कनाथ के उत्पादन और बिक्री का विस्तार | Pashu Dhan Mission
इस नई पहल के तहत, कड़कनाथ के उत्पादन और बिक्री को शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बढ़ावा दिया जाएगा। इसका उद्देश्य न केवल किसानों और पशुपालकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, बल्कि शहरों में इस प्रीमियम प्रजाति की उपलब्धता बढ़ाकर अधिक ग्राहकों तक पहुंचाना भी है।महिला स्व-सहायता समूहों को इस योजना से जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।कुक्कुट पालन के लिए छोटे यूनिट्स बनाकर ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के नए अवसर दिए जाएंगे।पशुपालकों को बकरी, शूकर पालन, और चरा-चारा उत्पादन के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा। Also Read – Bakri Palan : ठंड के मौसम में बकरियों की देखभाल
यूनिट की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव
पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री लखन पटेल ने हाल ही में अधिकारियों को निर्देश दिया कि केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा जाए, जिसमें कुक्कुट यूनिट्स की संख्या को मौजूदा 40 से बढ़ाकर 100 करने का सुझाव दिया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों को किसानों को पशुपालन के लाभों के प्रति जागरूक करना चाहिए और उन्हें इसके लिए प्रेरित करना चाहिए।
क्या है कड़कनाथ मुर्गा? | Pashu Dhan Mission
कड़कनाथ मुर्गा (Kadaknath Chicken) मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले और इसके आसपास के आदिवासी क्षेत्रों में पाया जाने वाला एक खास प्रजाति का मुर्गा है। इसे इसकी काली त्वचा, मांस, और उच्च पोषण सामग्री के कारण जाना जाता है।
कड़कनाथ मुर्गे की विशेषताएं
काला रंग:इसका पूरा शरीर, त्वचा, मांस, और पंख गहरे काले रंग के होते हैं। इस प्रजाति में “मेलानिन” नामक पिगमेंट अधिक मात्रा में पाया जाता है।
उच्च पोषण सामग्री:प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है।वसा (फैट) की मात्रा कम होती है।इसमें आयरन, जिंक और विटामिन बी-12 प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
यह लो-कैलोरी फूड के रूप में स्वास्थ्य प्रेमियों के बीच काफी लोकप्रिय है।
स्वास्थ्य लाभ:आयुर्वेद में कड़कनाथ को कई रोगों के इलाज में उपयोगी माना गया है।यह हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियों में लाभकारी है।पारंपरिक चिकित्सा में इसका उपयोग किया जाता है।
देखभाल और पालन:कड़कनाथ मुर्गा कठिन परिस्थितियों में भी जीवित रह सकता है। इसे कम लागत में पाला जा सकता है, जिससे यह पशुपालकों के लिए फायदेमंद साबित होता है।
मांग और कीमत:कड़कनाथ के मांस और अंडों की कीमत अन्य प्रजातियों के मुकाबले अधिक होती है। इसकी देश और विदेश दोनों जगह भारी मांग है।
कड़कनाथ के विस्तार से होने वाले लाभ | Pashu Dhan Mission
आर्थिक सशक्तिकरण: इस पहल से किसान और पशुपालक अच्छी आय अर्जित कर सकेंगे।
ग्राहकों के लिए उपलब्धता: बड़े शहरों में कड़कनाथ की उपलब्धता बढ़ने से इसकी मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन बनेगा।
रोजगार के अवसर: महिला स्व-सहायता समूहों और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता: कड़कनाथ के पोषण और स्वास्थ्य लाभों के कारण यह स्वस्थ जीवनशैली अपनाने वालों के बीच लोकप्रिय रहेगा।
निष्कर्ष
राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत कड़कनाथ मुर्गे की उत्पादन और बिक्री का विस्तार न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि शहरी क्षेत्रों में इसके स्वास्थ्य लाभों को अधिक लोगों तक पहुंचाएगा। कड़कनाथ की उच्च पोषण सामग्री और स्वास्थ्य लाभ इसे आम और खास सभी के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं। Also Read – MP Pashu Palan : प्रदेश में पशुपालन विभाग करेगा उच्च नस्ल की गायों की बछियों की बिक्री