मुख्यमंत्री और मंत्रियों को सलामी परेड खत्म
MP Police – मध्यप्रदेश सरकार ने अंग्रेजी शासनकाल की एक पुरानी परंपरा को समाप्त करते हुए बड़ा निर्णय लिया है। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को पुलिस द्वारा दी जाने वाली सलामी परेड हमेशा के लिए बंद कर दी गई है। पुलिस विभाग द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि यह प्रथा औपनिवेशिक काल की याद दिलाती है और इसे खत्म करना संविधान और आधुनिक भारत के मूल्यों के अनुरूप है।
आदेश का सख्ती से पालन अनिवार्य | MP Police
मध्यप्रदेश पुलिस के विशेष पुलिस महानिदेशक शैलेश सिंह ने इस आदेश को लागू करने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि यह कदम पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारियों और ड्यूटी को संतुलित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। उनका मानना है कि सलामी प्रथा औपनिवेशिक मानसिकता का प्रतीक है और इसे जारी रखना असंवैधानिक है। Also Read – MPESB Bharti : MP में नर्सिंग ऑफिसर और स्टाफ नर्स के पदों पर भर्ती
केवल राज्यपाल को मिलेगा सम्मान
इस आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सलामी परेड केवल मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए खत्म की गई है। राज्यपाल के प्रति यह परंपरा पहले की तरह ही जारी रहेगी। यह कदम प्रशासनिक अनुशासन और औपनिवेशिक प्रतीकों से दूरी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
पुरानी परंपरा का अंत | MP Police
पिछले कई दशकों से मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए सलामी परेड आयोजित करती आ रही थी। लेकिन अब इस परंपरा को खत्म कर पुलिस विभाग को अधिक प्रगतिशील और आधुनिक सोच के साथ कार्य करने की दिशा में प्रेरित किया गया है।
नयी व्यवस्था के फायदे
इस बदलाव से न केवल पुलिसकर्मियों की ड्यूटी का बोझ कम होगा, बल्कि यह प्रशासनिक प्रक्रियाओं को भी अधिक प्रभावी बनाएगा। इसके अलावा, यह फैसला जनता और प्रशासन के बीच विश्वास बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है। Also Read – MP Sarkari Karmchari : मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी