किसानों को मिलेगा ₹4000 का बोनस
MP Kisan – मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के लांजी में आयोजित कोटेश्वर महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कृषि, पशुपालन और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए ₹61.93 करोड़ की योजनाओं का ऐलान किया। इनमें किसानों के लिए बोनस, मंदिर विकास, औद्योगिक विस्तार और सामाजिक कल्याण की पहल शामिल हैं।

किसानों को मिलेगा अतिरिक्त बोनस | MP Kisan
मुख्यमंत्री ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए घोषणा की कि धान उत्पादन पर प्रति हेक्टेयर ₹4000 बोनस दिया जाएगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की राशि फिर से बहाल की जाएगी। सरकार ने गाय के साथ बकरी के दूध की खरीद को भी प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है, जिससे दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। Also Read – New Protective Cover : भारतीय सेना को मिला नया सुरक्षा कवच!
कोटेश्वर महादेव मंदिर का होगा विस्तार
सीएम ने कोटेश्वर महादेव मंदिर के विकास को प्राथमिकता देते हुए नया मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही, किरनापुर पंचायत को नगर पंचायत बनाने और कारंजा हायर सेकेंडरी स्कूल का नाम बाला साहब देवरस व भाऊराव देवरस के नाम पर रखने की घोषणा की।
बालाघाट को मिली ₹61.93 करोड़ की सौगात | MP Kisan
मुख्यमंत्री ने 39 विकास परियोजनाओं का भूमिपूजन किया, जिनमें शामिल हैं:
100 बिस्तरों वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन
सड़कों, पुलों और स्कूलों में लैब व कक्षाओं का निर्माण
कॉलेज विस्तार और अन्य बुनियादी ढांचे का विकास
औद्योगिक और रेलवे विकास को बढ़ावा
सांसद भारती पारधी ने बताया कि मलाजखंड में तांबा परिशोधन कारखाना स्थापित करने की योजना पर काम जारी है, जिससे क्षेत्र में औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। इसके अलावा, रेलवे गुड्स शेड का विस्तार किया जा रहा है, जिससे ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी और यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी।
दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों को मिली सहायता | MP Kisan
मुख्यमंत्री ने रेंजर कॉलेज मैदान में दिव्यांगजन शिविर का दौरा किया और विक्रम परते और मोहम्मद खान को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल और यूडीआईडी कार्ड वितरित किए। इस अवसर पर 1,412 दिव्यांगों और 1,040 वरिष्ठ नागरिकों को सहायक उपकरण भी प्रदान किए गए।
भारतीय संस्कृति और मेले की परंपरा का सम्मान
सीएम मोहन यादव ने कोटेश्वर महोत्सव के दौरान कहा कि भोलेबाबा सभी के लिए समान हैं और सरलता, तरलता व निश्छलता के प्रतीक हैं। उन्होंने इस मेले को भारतीय संस्कृति की धरोहर बताते हुए इसे परंपरा का अभिन्न अंग करार दिया।मुख्यमंत्री की ये घोषणाएं किसानों, व्यापारियों, दिव्यांगों और आम नागरिकों के लिए एक बड़ी सौगात साबित होंगी। Also Read – MP Shramik : होली से पहले मध्य प्रदेश के 21 लाख श्रमिकों के लिए खुशखबरी