इन मिशन को मिली मंजूरी
Kisan News – केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को कृषि क्षेत्र से जुड़े सात महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के लिए लगभग 14,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है, जिसमें डिजिटल कृषि मिशन और फसल विज्ञान से संबंधित योजनाएं भी शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 85 दिनों में कुल 2,48,677 करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल में लिए गए इन फैसलों की जानकारी साझा की।
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2,817 करोड़ रुपये की लागत से डिजिटल कृषि मिशन और 3,979 करोड़ रुपये की फसल विज्ञान योजना को मंजूरी दी है। Also Read – Kisan Success Story : किसान भाई ने कर दिया कमाल 40-42 डिग्री में उगा रहा है सेब
उन्होंने कहा कि कृषि शिक्षा और प्रबंधन को सुदृढ़ करने के लिए 2,291 करोड़ रुपये के कार्यक्रम और पशुधन के टिकाऊ स्वास्थ्य के लिए 1,702 करोड़ रुपये की योजना को भी स्वीकृति दी गई है। इसके अतिरिक्त, मंत्रिमंडल ने बागवानी क्षेत्र के सतत विकास के लिए 860 करोड़ रुपये की एक और योजना को मंजूरी दी है।
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि मंत्रिमंडल ने कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए 1,202 करोड़ रुपये और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन को सुदृढ़ करने के लिए 1,115 करोड़ रुपये की योजना को भी स्वीकृति दी है। कुल मिलाकर, कृषि क्षेत्र से जुड़े इन सात कार्यक्रमों के लिए 13,960 करोड़ रुपये से अधिक का बजट आवंटित किया गया है।
केन्स साणंद में सेमीकंडक्टर संयंत्र | Kisan News
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुजरात के साणंद में 63 लाख चिप प्रति दिन उत्पादन क्षमता वाले सेमीकंडक्टर संयंत्र की स्थापना के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। इस परियोजना के लिए 3,307 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग को लेकर एक महत्वपूर्ण बदलाव आ रहा है। उन्होंने बताया, “मंत्रिमंडल ने केन्स संयंत्र को मंजूरी दे दी है, जो प्रतिदिन 63 लाख चिप्स का उत्पादन करेगा और 46 एकड़ क्षेत्र में स्थापित होगा। यह एक बड़ा संयंत्र है और इसका बड़ा हिस्सा केन्स इंडस्ट्रीज को जाएगा, जिसकी बुकिंग पहले ही हो चुकी है।”
यह संयंत्र बिजली क्षेत्र से संबंधित चिप्स के साथ-साथ मोटर वाहनों और घरेलू उपकरणों के लिए चिप्स का भी उत्पादन करेगा। कंपनी ने साणंद में जमीन का अधिग्रहण कर लिया है और निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। Also Read – PM Kisan Yojana : किसान भाई इन पांच अहम बातों को ध्यान में रख कर ही ले सकते हैं लाभ