आंदोलन की दी चेतावनी
karmachaariyon ka pradarshan – बैतूल : मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ ने 24 सितंबर 2024 को प्रदेशव्यापी आह्वान पर जिले के अधिकारी और कर्मचारी जिला मुख्यालय पर एकत्रित होकर 25 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। यह प्रदर्शन जिला अध्यक्ष सचिन राय के नेतृत्व में हुआ, जिसमें कर्मचारियों ने वेतन में सुधार, प्रमोशन प्रक्रिया में तेजी, और अन्य सुविधाओं की मांग की। विशेष बात यह रही कि बरसते पानी के बीच भी कर्मचारियों का जोश कम नहीं हुआ और वे अपनी न्यायोचित मांगों के समर्थन में डटे रहे।
मुख्य मांगें | karmachaariyon ka pradarshan
प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने वेतन सुधार, प्रमोशन में देरी को खत्म करने, और सेवा शर्तों में सुधार जैसी महत्वपूर्ण मांगों को रखा। कर्मचारियों का कहना था कि उनके अधिकारों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है और अब सरकार को उनकी मांगों पर त्वरित कार्रवाई करनी होगी। Also Read – Betul News : सियारों के झुंड ने कॉलोनियों में बढ़ाई दहशत, वन विभाग ने दी हिदायत
प्रमुख प्रदर्शनकारी:
ज्ञापन सौंपने वालों में राजेंद्र कटारे, संजय व्यास, हीरासिंह कुमरे, नितेश राठौर, प्रवीण नरवरे, अतुल आर्य, और अन्य प्रमुख कर्मचारी शामिल थे। साथ ही, भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष पंजाब गायकवाड और कई अन्य कर्मचारियों ने भी सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।
संघ की चेतावनी | karmachaariyon ka pradarshan
जिला अध्यक्ष सचिन राय ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि उनकी न्यायसंगत मांगों पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया, तो कर्मचारी प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ने पर मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन केवल एक शुरुआत है, और यदि सरकार ने जल्द ही कार्रवाई नहीं की, तो यह विरोध उग्र रूप ले सकता है।
कर्मचारियों का संकल्प:
प्रदर्शन में शामिल अन्य कर्मचारियों ने भी अपने विचार प्रकट किए और जोर देकर कहा कि वे अपने अधिकारों की लड़ाई में अब पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने सरकार से अपील की कि उनकी वेतन, प्रमोशन और अन्य सुविधाओं को लेकर जल्द निर्णय लिया जाए। कर्मचारियों का कहना था कि उनकी समस्याओं को लंबे समय से नजरअंदाज किया जा रहा है, लेकिन अब वे किसी भी कीमत पर अपने हक के लिए लड़ेंगे।
प्रदर्शन की अगली दिशा | karmachaariyon ka pradarshan
यह प्रदर्शन मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ की प्रदेश इकाई के आह्वान पर आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारी एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद की। अब देखने वाली बात यह होगी कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है, क्योंकि कर्मचारी संघ ने अपने संघर्ष को और भी उग्र करने की चेतावनी दी है। Also Read – BMO News : सरकारी अस्पताल में बीएमओ का व्यवहार बना चर्चा का विषय, वीडियो वायरल
इस विरोध प्रदर्शन ने कर्मचारियों के भीतर बढ़ते आक्रोश और उनके अधिकारों की लड़ाई को नए सिरे से उजागर किया है।