Jugaad Wali Trolley – उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने ट्रैक्टर ट्रॉली में ट्रेन के पहिए लगाकर उसे सड़कों पर दौड़ा रहा था। जब एआरटीओ (Additional Regional Transport Officer) सुदेश तिवारी की नजर इस अनोखी ट्रॉली पर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए 10 लाख 6 हजार रुपये का भारी-भरकम चालान काट दिया।

कैसे पकड़ी गई अनोखी ट्रॉली ? | Jugaad Wali Trolley
यह मामला कानपुर-इटावा हाईवे का है, जहां 22 जनवरी की शाम एआरटीओ अधिकारी निरीक्षण कर रहे थे। तभी उन्होंने एक असामान्य रूप से बड़ी ट्रॉली को देखा और उसके दस्तावेजों की जांच की। Also Read – Papa Ki Pari Ka Gajab Jugaad : ससुराल में ढेर सारी रोटियां बनाने के लिए ‘पापा की परी’ का गजब जुगाड़
ट्रैक्टर के कागजात राजस्थान के थे।
यह कृषि कार्य के लिए रजिस्टर्ड था, लेकिन ट्रॉली का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं था।
ट्रॉली के पहियों की जांच करने पर पता चला कि वे रेलवे के पहिए थे।
5 साल से दौड़ रही थी ये ट्रॉली!
पूछताछ में सामने आया कि ट्रैक्टर ट्रॉली के मालिक ने इसे एक रेलवे ठेकेदार को किराए पर दे रखा था और इसके बदले हर महीने 85,000 रुपये की कमाई कर रहा था। यह ट्रॉली पिछले 5 वर्षों से बिना किसी वैध रजिस्ट्रेशन के सड़क पर दौड़ रही थी।
सड़क सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा | Jugaad Wali Trolley
विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की संशोधित ट्रॉलियां सड़क सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक होती हैं, क्योंकि इनका वजन 12-चक्का ट्रक के बराबर था। भारी वजन और गैर-मानक पहिए किसी भी समय दुर्घटना का कारण बन सकते थे। Also Read – Kisan Jugaad : नीलगाय भगाने के 5 असरदार और सरल तरीके
क्यों लगाया गया इतना बड़ा जुर्माना?
अवैध रूप से मॉडिफाइड वाहन चलाने पर।
ट्रॉली का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं था।
सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया गया था।
सबक जो हमेशा याद रहेगा! | Jugaad Wali Trolley
इस घटना के बाद, ट्रैक्टर मालिक और अन्य लोग निश्चित रूप से अवैध मॉडिफिकेशन और नियमों के उल्लंघन के परिणामों को गंभीरता से लेंगे। यह मामला उन सभी के लिए एक सबक है जो वाहनों में बिना अनुमति बड़े बदलाव करके उन्हें सड़क पर उतारते हैं। Also Read – Viral Jugaad Video : ड्रोन से बल्ब लगाने का जुगाड़: वीडियो ने सोशल मीडिया पर मचाई धूम