निजी महाविद्यालय से एक लाख की अवैध शराब जब्त
Illegal liquor seized – बैतूल। चिचोली स्थित बालाजी महाविद्यालय, जिसे छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था, में अवैध शराब का भंडार मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। आबकारी विभाग की टीम ने कॉलेज परिसर में छापा मारकर एक लाख रुपए से अधिक मूल्य की अवैध देशी-विदेशी शराब और बीयर जब्त की। इस घटना ने शिक्षा जगत को झकझोर कर रख दिया है।
कैसे पकड़ा गया शराब का जखीरा | Illegal liquor seized
चिचोली आबकारी वृत्त के प्रभारी अधिकारी सुरेंद्र देवांगन ने बताया कि विभाग को चिचोली-हरदा हाईवे पर स्थित बालाजी महाविद्यालय में अवैध शराब कारोबार की गुप्त सूचना मिली थी। इसी आधार पर गुरुवार सुबह कॉलेज परिसर में छापा मारा गया। छापेमारी के दौरान सीढ़ियों के नीचे और अन्य स्थानों पर 18 पेटियां शराब बरामद की गईं। इनमें देशी शराब की 6 पेटियां, गोवा ब्रांड की अंग्रेजी शराब की 4 पेटियां, बीयर की 5 पेटियां, व्हिस्की की 1 पेटी और ओसी व्हिस्की की 2 पेटियां शामिल थीं। Also Read – Betul News : शादी के कार्यक्रम में शिक्षक की अचानक मौत
अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज
कार्रवाई के समय कॉलेज में छात्र उपस्थित नहीं थे, केवल स्टाफ मौजूद था। स्टाफ ने बताया कि वे पिछले सप्ताह से छुट्टी पर थे और शराब के स्टॉक के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कॉलेज के कुछ कमरों पर ताले लगे हुए थे, जिनकी जांच की जा रही है। श्री देवांगन ने बताया कि जब्त शराब के बैच नंबर की जांच की जा रही है, जिससे यह पता लगाया जाएगा कि शराब कहां से आई और इसके पीछे कौन है।
शिक्षा जगत में बढ़ा आक्रोश | Illegal liquor seized
इस घटना से अभिभावकों और छात्रों में गहरी नाराजगी है। जिस स्थान को ज्ञान का केंद्र माना जाता है, वहां अवैध गतिविधियां चलने की खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। यह मामला न केवल शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि प्रशासन की निगरानी पर भी।
आगे की कार्रवाई जारी
आबकारी विभाग ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है। विभाग यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि इस अवैध गतिविधि में शामिल लोगों को कानून के दायरे में लाया जाए।
निष्कर्ष | Illegal liquor seized
इस घटना ने एक बार फिर दिखाया कि शिक्षा के मंदिरों में अनैतिक गतिविधियां समाज के लिए कितनी हानिकारक हो सकती हैं। यह समय है कि प्रशासन और समाज मिलकर ऐसी गतिविधियों के खिलाफ कड़े कदम उठाएं, ताकि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य बरकरार रहे। Also Read – Primary Teacher : BEd डिग्री अब नहीं करेगी प्राइमरी टीचर बनने का रास्ता आसान