डीएपी की रैक जल्द पहुंचेगी
DAP Rack – कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी की सक्रिय मॉनिटरिंग के तहत जिले में रबी सीजन के लिए उर्वरकों की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। कृषि विभाग के उपसंचालक ने जानकारी दी कि अब तक रबी सीजन में 2.28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई पूरी हो चुकी है।
उर्वरकों की उपलब्धता और वितरण का विवरण | DAP Rack
अब तक वितरित उर्वरक:
यूरिया: 21,233 मीट्रिक टन
एसएसपी: 6,055 मीट्रिक टन
डीएपी: 6,339 मीट्रिक टन
एसओपी: 1,036 मीट्रिक टन
एनपीके: 4,392 मीट्रिक टन Also Read – Fertilizer Supply : किसानों को खाद आपूर्ति में कोई बाधा न हो: कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी
वर्तमान में उपलब्ध स्टॉक | DAP Rack
यूरिया: 9,534 मीट्रिक टन
एसएसपी: 7,322 मीट्रिक टन
डीएपी: 735 मीट्रिक टन
एसओपी: 1,071 मीट्रिक टन
एनपीके: 885 मीट्रिक टन
इसके अलावा, कम उपलब्धता वाले उर्वरक वितरण केंद्रों पर 107 मीट्रिक टन टीएसपी और 62 मीट्रिक टन 20-20-0-13 का भंडारण किया गया है। हाल ही में जिले को एनएफएल यूरिया की दो रैक प्राप्त हुईं, और सोमवार को आईपीएल कंपनी की रैक से 2,750 मीट्रिक टन उर्वरक जिले को मिलने की संभावना है।
अधिक दाम पर उर्वरक बेचने पर कार्रवाई
कलेक्टर श्री सूर्यवंशी के निर्देश पर, किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग ने किसानों को अधिक दाम पर उर्वरक बेचने की शिकायतों के आधार पर दो दुकानों के लाइसेंस निलंबित किए हैं।
जांच के दौरान पाया गया कि मेसर्स गायत्री कृषि सेवा केंद्र और मेसर्स श्री गणेश कृषि सेवा केंद्र (चिचोली) द्वारा डीएपी और एनपीके उर्वरक अधिक कीमत पर बेचे जा रहे थे। शिकायत की पुष्टि के बाद, जिला गुणवत्ता नियंत्रण दल ने कार्रवाई की।
लाइसेंस निलंबन का विवरण | DAP Rack
मेसर्स गायत्री कृषि सेवा केंद्र: लाइसेंस नंबर RS/447/1404/52/2020 PR-493
मेसर्स श्री गणेश कृषि सेवा केंद्र: लाइसेंस नंबर RS/447/1401/11/2022
पंजीयन प्राधिकारी और उपसंचालक डॉ. आनंद कुमार बडोनिया ने उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1985 की धारा-31 के तहत कार्रवाई करते हुए दोनों दुकानों के लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए।
कलेक्टर की सख्त हिदायत
कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसानों को उर्वरकों की उपलब्धता में किसी भी प्रकार की बाधा न आने दी जाए। यदि कोई व्यापारी कालाबाजारी या अनियमितता में संलिप्त पाया जाता है, तो उस पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
यह पहल न केवल किसानों की समस्याओं को दूर करेगी बल्कि जिले में रबी फसल उत्पादन को भी बढ़ावा देगी। Also Read – Bridge Over River : बोड़ी नदी पर बनेगी 20 लाख की पुलिया