घटना का संक्षिप्त विवरण
Betul Crime News – बैतूल जिले के रायआमला गाँव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां 42 वर्षीय निर्मला धोटे की हत्या कर उसका शव कुएं में फेंक दिया गया। घटना की रिपोर्ट 23 सितंबर 2024 की रात को दर्ज कराई गई, जब निर्मला के भाई बुधराव देशमुख ने थाने में सूचना दी। उन्होंने बताया कि उनकी बहन 22 सितंबर की शाम को खेत पर गई थी, लेकिन देर रात तक घर वापस नहीं लौटी। जांच करने पर खेत में खून, टूटी चूड़ियाँ और पास के कुएं के पास खून के धब्बे पाए गए।
सूचना मिलते ही चौकी मासौद और थाना मुलताई की पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। पुलिस अधीक्षक निश्चल झारिया ने घटना को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए। घटना महिला संबंधी गंभीर अपराध की ओर संकेत कर रही थी, इसलिए तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। Also Read – Betul Collector : कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी का बांसपानी में नल जल योजना का औचक निरीक्षण
घटनास्थल पर जांच और शव बरामदगी | Betul Crime News
पुलिस टीम ने वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के लिए एफएसएल प्रभारी को घटनास्थल पर बुलाया। खेत और कुएं में खून के निशान पाए गए, जिससे हत्या की आशंका और भी प्रबल हो गई। कुएं में पानी अधिक होने के कारण पहले पानी को मोटरों की मदद से निकाला गया। इसके बाद कैमरे की सहायता से कुएं में एक महिला का शव देखा गया। ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला गया, जिसकी पहचान निर्मला धोटे के रूप में हुई।
हत्या की विवेचना और आरोपी की गिरफ्तारी
जांच के दौरान यह सामने आया कि निर्मला का पति मारोती धोटे अक्सर घरेलू विवाद करता था। घटना वाले दिन उसने निर्मला को खेत में दूसरे के काम करने से रोका और गुस्से में लट्ठ से सिर और नाक पर वार कर दिया। निर्मला की मौके पर ही मौत हो गई और आरोपी ने उसके शव को कुएं में फेंक दिया।
इस मामले में मारोती धोटे के खिलाफ हत्या और साक्ष्य छिपाने का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लट्ठ और घटना के समय पहने गए कपड़े भी बरामद कर लिए गए। आरोपी को न्यायालय में पेश किया जा रहा है। Also Read – Betul News : पुलिस की तत्परता से डेढ़ साल की बच्ची को परिवार से मिलाया गया
पुलिस की सराहनीय भूमिका | Betul Crime News
इस पूरी कार्यवाही में थाना प्रभारी मुलताई श्री राजेश सतनकर, निरीक्षक आबिद अंसारी, चौकी प्रभारी बसंत अहाके और उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिन्होंने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार किया।