मंडल उपाध्यक्ष ने पार्टी के शीर्ष नेताओं पर लगाए गंभीर आरोप
Betul Local News – बैतूल : भारतीय जनता पार्टी में एक बड़ा विवाद उत्पन्न हो गया है। चिचोली नगर मंडल के उपाध्यक्ष दिलीप यादव ने पार्टी के जिला अध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला को अपना इस्तीफा सौंपा है।

इस इस्तीफे में यादव ने पार्टी के भीतर असंतोष और भेदभावपूर्ण व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनके परिवार ने वर्षों से पार्टी के लिए संघर्ष किया है, लेकिन उन्हें हमेशा नजरअंदाज किया गया। पंचायत चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार की जीत के बावजूद उन्हें महत्व नहीं दिया गया। यादव ने जिला उपाध्यक्ष शंकर चढ़ोकार पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें कांग्रेस नेताओं के साथ सांठ-गांठ और पार्टी के खिलाफ काम करने के आरोप शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि चढ़ोकार ने पार्टी के उम्मीदवारों को हराने के लिए साजिश रची।
सांसद और विधायक की चुप्पी पर सवाल
यादव ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। उन्होंने मांग की कि पार्टी के उच्च नेतृत्व को उनकी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। इस इस्तीफे और आरोपों ने भाजपा में हलचल मचा दी है। अब यह देखना होगा कि पार्टी इस संकट से कैसे निपटती है और कार्यकर्ताओं की नाराजगी को कैसे कम करती है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के लिए यह एक महत्वपूर्ण परीक्षा है कि वे इस विवाद को कैसे हल करते हैं और पार्टी की छवि को कैसे सुरक्षित रखते हैं। Also Read – Brilliant Students : नवदुनिया का सम्मान पाकर गदगद हुए मेधावी विद्यार्थी
पार्टी द्वारा लगातार प्रताड़ित किए जाने के आरोप
दिलीप यादव ने अपने ज्ञापन में बताया कि उनके पिता बाबूलाल यादव जनसंघ के समय से पार्टी के साथ जुड़े हुए थे और उनके परिवार ने कांग्रेस के गढ़ में निष्ठा और ईमानदारी से संघर्ष किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें पार्टी द्वारा लगातार अनदेखा और प्रताड़ित किया जा रहा है, जबकि वे पदाधिकारी जो कभी बैठकों में नहीं आते, उन्हें पुरस्कृत किया जा रहा है।
यादव ने कहा कि पंचायत चुनाव में पार्टी समर्थित उम्मीदवार की जीत के बावजूद उन्हें नजरअंदाज किया गया। उनके अनुसार, मंडल अध्यक्ष ने उन्हें सहकारी समिति के चुनाव में पार्टी की पेनल से उम्मीदवार बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अंतिम पेनल में उनका नाम शामिल नहीं किया गया। उन्होंने इसे अपने खिलाफ षड्यंत्र करार दिया और कहा कि ऐसा व्यवहार केवल ईमानदार कार्यकर्ताओं के साथ ही होता है।
यादव ने अपने ज्ञापन में समिति चुनाव की मतगणना को फिर से करवाने की मांग की और कहा कि अगर वह एक भी वोट प्राप्त कर लेंगे तो राजनीति छोड़ देंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पार्टी उचित कार्यवाही नहीं करती है, तो वे अपने समर्थकों के साथ भोपाल जाकर शीर्ष नेतृत्व के सामने अपनी बात रखेंगे और वहां भी सुनवाई न होने पर सामूहिक रूप से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देंगे। ज्ञापन की प्रतिलिपि प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, महामंत्री संगठन हितानंद शर्मा, सांसद डी.डी. उईके और विधायक गंगा उईके को भी भेजी गई है। Also Read – MP Sarkari Karmchari : सरकारी कर्मचारियों के DA को लेकर मोहन सरकार का बड़ा तोहफा