16 धार्मिक शहरों में लागू होगी नई नीति
Madhya Pradesh liquor ban – मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर बड़ी घोषणा हुई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन, महेश्वर और अन्य 14 धार्मिक शहरों में पूर्ण शराबबंदी का ऐलान किया है। इस फैसले से धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने और अवैध शराब की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
यह ऐलान मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती से मुलाकात के बाद किया गया। नई शराब नीति में शराबबंदी के साथ-साथ शराब की कीमतों को भी कम करने का प्रावधान है। Also Read – Liquor ban plan in MP : मध्य प्रदेश के धार्मिक शहरों में शराबबंदी की योजना
नई शराब नीति के मुख्य प्रावधान | Madhya Pradesh liquor ban
1. 16 धार्मिक शहरों में शराबबंदी
नई शराब नीति के तहत फरवरी 2025 से उज्जैन, महेश्वर, ओंकारेश्वर, अमरकंटक, चित्रकूट, और मैहर जैसे धार्मिक शहरों में शराब की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध होगा। इन शहरों में:नई शराब दुकानें नहीं खोली जाएंगी।पुरानी दुकानों को बंद किया जाएगा।बाहर से शराब लाकर बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
2. शराब की कीमतों में कमी | Madhya Pradesh liquor ban
नई आबकारी नीति 2025-26 के अनुसार, मध्य प्रदेश में शराब की कीमतों को 10-15% तक कम किया जाएगा। यह कदम पड़ोसी राज्यों (जैसे उत्तर प्रदेश) के मुकाबले कीमतों के अंतर को कम करने के लिए उठाया गया है, जिससे अवैध शराब की तस्करी को रोका जा सके।
3. अवैध शराब पर रोकथाम
अवैध शराब के प्रवाह को रोकने के लिए सरकार ने पड़ोसी राज्यों में शराब की कीमतों का अध्ययन किया है। अब मध्य प्रदेश में शराब की कीमतें पड़ोसी राज्यों से अधिकतम 15% तक ही अलग होंगी। Also Read – MP Transfers : मध्यप्रदेश में खनिज विभाग के 16 अधिकारियों के तबादले
धार्मिक शहरों में शराबबंदी का उद्देश्य | Madhya Pradesh liquor ban
मुख्यमंत्री ने बताया कि धार्मिक नगरों में साधु-संतों और स्थानीय नागरिकों ने शराब दुकानों को बंद करने की मांग की थी। उनका कहना है कि इन शहरों में शराब की बिक्री से धार्मिक और सांस्कृतिक वातावरण प्रभावित हो रहा है। नई नीति का उद्देश्य इन शहरों की पवित्रता को बनाए रखना है।
पवित्र शहरों की सूची:
उज्जैनमहेश्वरओंकारेश्वरचित्रकूटअमरकंटकमैहरमंडलापन्नादतियाजबलपुर (ग्वारीघाट)मुलताईमंडलेश्वरसलकनपुरपशुपतिनाथ मंदिर (मंदसौर)बरमान घाट (नरसिंहपुर)महेश्वर
उमा भारती की भूमिका | Madhya Pradesh liquor ban
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने नशे के खिलाफ हमेशा सख्त रुख अपनाया है। हाल ही में मुख्यमंत्री मोहन यादव से उनकी मुलाकात हुई, जिसमें शराबबंदी पर चर्चा की गई। उमा भारती ने इस कदम की सराहना की और इसे धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से सही बताया।
कांग्रेस का सवाल
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद, कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि शराबबंदी का आदेश कब लागू होगा। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इसे “राजनीतिक स्टंट” करार दिया। Also Read – MP Cabinet Meeting : प्रदेश में पुलिस बैंड गठन और गरीब कल्याण मिशन पर कैबिनेट के महत्वपूर्ण फैसले