108 Year Old Soap : आनंद महिंद्रा का 108 साल पुरानी मैसूर सैंडल साबुन के प्रति प्यार

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बोले- ‘इसे फिर से खरीदने जा रहा हूं’

108 Year Old Soap – महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन, आनंद महिंद्रा, सोशल मीडिया पर अक्सर अपनी दिलचस्प और विचारशील पोस्ट्स से लोगों का ध्यान आकर्षित करते हैं। उनके पोस्ट न केवल मजेदार होते हैं, बल्कि सामाजिक मुद्दों पर भी गहरे विचार प्रस्तुत करते हैं। हाल ही में, आनंद महिंद्रा ने एक नई पोस्ट के माध्यम से 108 साल पुरानी एक लोकप्रिय साबुन का जिक्र किया है, जिसे वह अब फिर से खरीदने का इरादा रखते हैं।

108 Year Old Soap: Anand Mahindra's love for 108 year old Mysore Sandal Soap
108 Year Old Soap: Anand Mahindra’s love for 108 year old Mysore Sandal Soap

आनंद महिंद्रा और मैसूर सैंडल साबुन | 108 Year Old Soap

आनंद महिंद्रा ने मैसूर सैंडल साबुन की तारीफ करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें इस साबुन के निर्माण की प्रक्रिया को दर्शाया गया है। इस वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, “यह वीडियो देखकर पुरानी यादें ताजा हो गई हैं। मुझे खुशी है कि यह ब्रांड आज भी जीवित है और फल-फूल रहा है। मैं फिर से इसे खरीदने और इसकी खुशबू का अनुभव करने पर विचार कर रहा हूं।” Also Read – Illegal Teak Wood : अवैध सागौन लकड़ी जब्त: वन विभाग की सख्त कार्रवाई

इस वीडियो में साबुन के निर्माण की पूरी प्रक्रिया को दिखाया गया है, जिससे यह साबुन बनाने के पारंपरिक तरीकों का पता चलता है। आनंद महिंद्रा की इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है, और लोग भी इस साबुन को फिर से खरीदने की बात कर रहे हैं।

मैसूर सैंडल साबुन का इतिहास

मैसूर सैंडल साबुन अपनी विशिष्ट सुगंध और बनावट के लिए प्रसिद्ध है। यह साबुन कर्नाटक सोप्स एंड डिटर्जेंट्स लिमिटेड (KSDL) द्वारा निर्मित किया जाता है और 108 सालों से बाजार में उपलब्ध है। 2006 में क्रिकेट स्टार महेंद्र सिंह धोनी इस कंपनी के ब्रांड एंबेसडर रहे थे। यह साबुन ‘100% शुद्ध चंदन के तेल की एकमात्र साबुन’ के रूप में प्रसिद्ध है।

आनंद महिंद्रा के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “मेरे घर में पहले यही साबुन इस्तेमाल होती थी,” जबकि दूसरे ने कहा, “इस साबुन की खुशबू आज भी मेरे जहन में ताजा है।”

इस पोस्ट ने न केवल मैसूर सैंडल साबुन के प्रति लोगों के पुराने प्यार को ताजा किया, बल्कि इस साबुन की समय के साथ बनी विशेष पहचान को भी उजागर किया। Also Read – MP High Court का बड़ा फैसला : निजी मेडिकल कॉलेजों में सीटें बढ़ाने का निर्देश

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