सांपों और विषैले जीवों का दुश्मन
snake repellent plant : तुलसी जैसा दिखने वाला एक खास पौधा, जिसे दउना या वन तुलसी कहा जाता है, इन दिनों छतरपुर के ग्रामीण इलाकों में खूब नजर आ रहा है। स्थानीय मान्यताओं और आयुर्वेदिक गुणों के कारण यह पौधा न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि सांप और बिच्छू जैसे जहरीले जीवों को दूर भगाने में भी सक्षम है।
सांपों से सुरक्षा का प्राकृतिक उपाय | snake repellent plant
दउना का पौधा जहां भी लगाया जाता है, वहां सांप जैसे जहरीले जीव नहीं आते। तुलसी जैसा दिखने वाला यह पौधा अपनी तीव्र महक के कारण सांपों और बिच्छुओं को दूर भगाने के लिए जाना जाता है। विशेषज्ञों का दावा है कि अगर किसी सांप को दउना के पौधे के पास छोड़ा जाए, तो वह तुरंत भाग जाएगा। Also Read – Get Rid of Snakes : घर में घुसे सांप को कैसे बाहर निकाले
पत्तियों और जड़ों के चमत्कारी फायदे
- सांपों से बचाव:
वैद्य बताते हैं कि दउना की पत्ती और जड़ को साथ रखने से सांप व्यक्ति के पास नहीं आता। यहां तक कि सांप पौधे के सामने फन भी नीचे कर लेता है। - जहर का उपचार:
काली मिर्च, घी और दउना की 2-3 पत्तियां मिलाकर घाव पर लगाने से सांप और बिच्छू का जहर बेअसर हो जाता है।
सिर दर्द में इसकी पत्तियों का रस लगाने से तुरंत राहत मिलती है।
- पानी को शुद्ध करना:
पुराने समय में कुएं के पानी में दउना की पत्तियों का रस मिलाया जाता था, जिससे पानी के कीटाणु खत्म हो जाते थे। यह पानी को शुद्ध और पीने योग्य बना देता है। - त्वचा संबंधी समस्याओं का समाधान:
खाज-खुजली और दाद जैसी समस्याओं में इसकी पत्तियों का रस लगाने से आराम मिलता है।
उपचार के दौरान साबुन और डिटर्जेंट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
आयुर्वेद में दउना का महत्व | snake repellent plant
दउना का पूरा पौधा औषधीय गुणों से भरपूर है। इसकी पत्तियां, जड़, और रस कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान प्रदान करते हैं। यह न केवल जहरीले जीवों को दूर भगाता है, बल्कि पारंपरिक चिकित्सा में भी इसकी खास जगह है।
सुरक्षा और प्रकृति का उपहार
दउना का पौधा देवी दुर्गा का प्रिय माना जाता है और इसे घर के दरवाजे पर लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। सांपों और बिच्छुओं से बचाव के साथ-साथ यह पौधा घर को प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करता है। Also Read – Snake Facts : सांप को दूर रखने वाले 5 खास पौधे
(Disclaimer: यह जानकारी विशेषज्ञों से बातचीत पर आधारित है। किसी भी उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।)