EPFO Update : कर्मचारियों के लिए खुशखबरी

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सैलरी लिमिट बढ़ने पर मिल सकते हैं ये फायदे

EPFO Update -कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े कर्मचारियों और खाताधारकों के लिए एक अहम अपडेट सामने आया है। केंद्र सरकार नए साल 2025 में EPF के तहत सैलरी सीमा को 15,000 रुपये से बढ़ाकर 21,000 रुपये या 25,000 रुपये करने पर विचार कर रही है। अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो न सिर्फ कर्मचारियों के लिए EPF योगदान की सीमा बढ़ेगी, बल्कि उनके रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन भी बढ़ सकती है।

EPFO Update: Good news for employees
EPFO Update: Good news for employees

EPFO के तहत वेतन सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव | EPFO Update

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय EPFO के तहत एंप्लॉयीज पेंशन स्कीम में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है। इस बदलाव के तहत, EPF के अंतर्गत वेतन सीमा को 15,000 रुपये से बढ़ाकर 21,000 रुपये या 25,000 रुपये करने का प्रस्ताव है। यदि यह प्रस्ताव पास होता है, तो यह EPF और EPS (एंप्लॉयीज पेंशन स्कीम) में तीसरी बार बढ़ोतरी होगी। इससे लगभग 75 लाख अतिरिक्त कर्मचारी इस योजना के दायरे में आएंगे और उनकी पेंशन भी बढ़ सकती है। Also Read – MP Sarkari Karmchari : इन कर्मचारियों के लिए वेतनवृद्धि का तोहफा


EPFO: किसे मिलेगा फायदा?

वर्तमान में, EPF के तहत न्यूनतम मूल वेतन सीमा 15,000 रुपये है। इसमें कर्मचारी का 12% हिस्सा उनके पीएफ खाते में जमा होता है, और उतना ही योगदान नियोक्ता यानी कंपनी द्वारा भी जमा किया जाता है। कंपनी का 8.33% हिस्सा पेंशन फंड (EPS) में जाता है, जबकि 3.67% पीएफ खाते में जमा होता है।

अगर सरकार EPF वेतन सीमा को 21,000 रुपये तक बढ़ा देती है, तो 75 लाख कर्मचारियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। जिन कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 15,000 रुपये से अधिक है, वे इस योजना में शामिल हो सकेंगे। इससे पहले, 2014 में सैलरी सीमा को 6,500 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये किया गया था।


पेंशन में बढ़ोतरी: कितना होगा फर्क? | EPFO Update

वर्तमान में, EPS पेंशन की गणना 15,000 रुपये तक की सैलरी पर आधारित होती है। अगर सैलरी सीमा बढ़कर 21,000 रुपये हो जाती है, तो पेंशन की गणना नए आधार पर होगी, जिससे पेंशन में बढ़ोतरी हो सकती है।

उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी का सैलरी 15,000 रुपये है, तो उसे EPS में 1,250 रुपये का योगदान मिलता है। अगर सैलरी 21,000 रुपये हो जाती है, तो EPS में योगदान 1,749 रुपये तक हो जाएगा, जिससे EPF खाते में जमा होने वाली राशि घट जाएगी।

अगर किसी कर्मचारी की पेंशन योग्य सेवा काल 30 साल है और उसका वेतन 15,000 रुपये से अधिक है, तो वर्तमान में उसे 6,857 रुपये प्रति माह पेंशन मिलती है। वहीं, 21,000 रुपये प्रति माह सैलरी पर पेंशन बढ़कर 9,600 रुपये प्रति माह हो जाएगी।


निष्कर्ष: EPFO योजना में बदलाव से कर्मचारियों को मिलेगा बड़ा लाभ

यदि सरकार EPF सैलरी सीमा को बढ़ाती है, तो यह बदलाव लाखों कर्मचारियों के लिए फायदेमंद साबित होगा। न केवल उनका EPF योगदान बढ़ेगा, बल्कि रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन में भी अच्छी वृद्धि हो सकती है। कर्मचारियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जो उन्हें भविष्य में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करेगा। Also Read – Sarkari Karmchari : केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ी राहत: भत्ते में बढ़ोतरी

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