Indian Railway Facts : ट्रेन के पहियों पर रेत क्यों गिराई जाती है

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जानिए इसके पीछे की खास वजह

Indian Railway Facts – भारतीय रेलवे में आपने कई बार देखा होगा कि ट्रेन के पहियों पर रेत गिराई जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसा क्यों किया जाता है? यह एक बेहद महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसका सीधा संबंध यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेन की प्रदर्शन क्षमता से है। आइए, इस रोचक प्रक्रिया के पीछे का कारण समझते हैं।

रेत डालने का मुख्य कारण | Indian Railway Facts

ट्रेन के पहियों और पटरियों के बीच घर्षण (friction) बढ़ाने के लिए रेत का इस्तेमाल किया जाता है। यह घर्षण ट्रेन के संचालन में अहम भूमिका निभाता है, विशेष रूप से निम्न परिस्थितियों में: Also Read – Honda Amaze 2024 : प्रीमियम डिजाइन और धांसू फीचर्स के साथ भारत में लॉन्च

  • ब्रेकिंग के दौरान:जब ट्रेन को अचानक रोकने की जरूरत होती है, तो गीली, फिसलन भरी पटरियों या ढलान पर पहियों का घर्षण कम हो जाता है। ऐसे में रेत डालने से घर्षण बढ़ता है, जिससे पहिए फिसलते नहीं और ट्रेन सुरक्षित रूप से रुक जाती है।
  • ढलान पर चढ़ाई के दौरान:ढलान पर चढ़ते समय ट्रेन के पहियों को पटरियों पर मजबूत पकड़ की आवश्यकता होती है। रेत इस पकड़ को बेहतर बनाती है, जिससे ट्रेन बिना रुके या फिसले आसानी से ऊपर चढ़ सकती है।
  • फिसलन भरे रास्तों पर:बारिश, बर्फ या नमी की वजह से पटरियां फिसलन भरी हो जाती हैं। इस स्थिति में रेत डालने से ट्रेन के पहियों और पटरियों के बीच घर्षण बढ़ता है, जिससे ट्रेन का संतुलन और सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

कैसे काम करता है यह सिस्टम?

रेत का यह सिस्टम ट्रेन के इंजन में लगा होता है। जब भी पहियों और पटरियों के बीच घर्षण की कमी महसूस होती है, तो स्वचालित या मैन्युअल रूप से रेत पटरियों पर गिराई जाती है। यह प्रक्रिया ट्रेन के ब्रेकिंग सिस्टम और संचालन को बेहतर बनाती है।

यात्रियों की सुरक्षा के लिए अहम कदम | Indian Railway Facts

भारतीय रेलवे का यह उपाय यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। रेत का उपयोग न केवल ट्रेन को सही समय पर रोकने में मदद करता है, बल्कि ट्रेन को सही ट्रैक्शन (खींचने की शक्ति) देकर ढलानों और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी सुचारू रूप से चलाने में सहायक होता है।

सालों पुरानी तकनीक, भरोसेमंद समाधान

यह तकनीक रेलवे में दशकों से इस्तेमाल की जा रही है। समय के साथ इसमें सुधार हुआ है, जिससे ट्रेनें अधिक सुरक्षित और कुशल बनी हैं। यात्रियों की सुरक्षा के प्रति यह प्रतिबद्धता भारतीय रेलवे की विश्वसनीयता को दर्शाती है।

निष्कर्ष | Indian Railway Facts

ट्रेन के पहियों पर रेत डालना एक सरल लेकिन प्रभावी उपाय है, जो ट्रेन की संचालन क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। अगली बार जब आप ट्रेन यात्रा करें, तो इस छोटे से लेकिन महत्वपूर्ण पहलू को याद करें और भारतीय रेलवे की तकनीकी समझ को सलाम करें। Also Read – Interesting GK Question : वह कौन सी चीज है, जिसे हम पानी के अंदर खाते हैं ?

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