देश में लागू हो जाएंगे तीन नए कानून
IPC will end from July 1 – देश में 30 जून की आधी रात को, जैसे ही घड़ी के कांटे 12 बजाएंगे, ब्रिटिश काल में बनाए गए कई कानून समाप्त हो जाएंगे। 1 जुलाई से, उनके स्थान पर तीन नए आपराधिक कानून लागू होंगे: भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) 2023। इन नए कानूनों में विशेष रूप से जांच, परीक्षण और न्यायिक प्रक्रियाओं में तकनीक के उपयोग पर जोर दिया गया है। इसलिए, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) ने मौजूदा क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (CCTNS) एप्लिकेशन में 23 कार्यात्मक संशोधन किए हैं। इन संशोधनों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नई प्रणाली में आसानी से एफआईआर दर्ज करने सहित CCTNS से संबंधित अन्य कार्य सुचारू रूप से चल सकें।
पुलिस की आपराधिक कार्रवाई और न्याय प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव | IPC will end from July 1
1 जुलाई से, भारत में पुलिस की आपराधिक कार्रवाई और न्याय प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव होने वाले हैं। नई कानूनी व्यवस्था के तहत न केवल विभिन्न धाराओं में संशोधन किया गया है, बल्कि सजा और जुर्माने के प्रावधानों में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं। इन परिवर्तनों के साथ, सामान्य जनता द्वारा वर्षों से पहचानी जाने वाली आईपीसी की धाराएं भी बदल जाएंगी। उदाहरण के लिए, अब हत्या के अपराध को धारा 302 के बजाय 103(1) के तहत परिभाषित किया जाएगा। ठगी और धोखाधड़ी की धारा 420 को अब 118(4) कहा जाएगा। चोरी की धारा 379 अब 303(2) के अंतर्गत आएगी। इसी तरह, दुष्कर्म की धारा 376 को नए प्रावधान के तहत 64 बीएनएस के रूप में जाना जाएगा। Also Read – Nakli Ghee : नकली आम के बाद अब जब्त किया गया 3,000Kg नकली घी जहरीली चीज की हो रही थी मिलावट
धारा 302 बदल कर हो जाएगी 103(1)
अब हत्या के मामलों में, जहां पहले धारा 302 लागू होती थी, उसे बदलकर 103(1) कर दिया गया है। इस नए कानून के तहत, सजा और प्रक्रियाओं में भी आवश्यक संशोधन किए गए हैं ताकि न्यायिक प्रक्रिया को अधिक सरल और त्वरित बनाया जा सके। इसी प्रकार, धोखाधड़ी और ठगी के मामलों में, पहले उपयोग की जाने वाली धारा 420 को अब 118(4) के तहत समायोजित किया गया है। इन मामलों में सजा के प्रावधानों को भी संशोधित किया गया है ताकि इस प्रकार के अपराधों पर अधिक प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सके। चोरी के मामलों में, पहले जो धारा 379 लागू होती थी, उसे अब 303(2) में बदल दिया गया है।
बदली जाएगी दुष्कर्म मामले की भी धारा | IPC will end from July 1
इन परिवर्तनों के साथ, अपराधियों के खिलाफ कठोर जुर्माना और सख्त सजा के प्रावधान किए गए हैं। गंभीर दुष्कर्म के मामलों में, अब धारा 376 के बजाय आईपीसी 64 बीएनएस लागू होगी, जिसके अंतर्गत सजा के प्रावधानों में कड़ा रुख अपनाया गया है। देश की न्याय प्रणाली में हो रहे इन महत्वपूर्ण परिवर्तनों का उद्देश्य अपराधों पर कड़ा नियंत्रण स्थापित करना और न्याय प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाना है। नई धाराओं और सजा के प्रावधानों के साथ, सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि अपराधियों को कड़ी सजा दी जाए। यह नई कानूनी व्यवस्था समाज में सुरक्षा और न्याय की भावना को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। Also Read – पेट्रोल और CNG दोनों फ्यूल पर दौड़ेगी Bajaj Ki CNG Bike, दो वेरिएंट में होगी लॉन्च