रविंद्र देशमुख आत्महत्या मामले में पुलिस की कार्यवाही
Betul News – बैतूल – दिनांक 7 अक्टूबर 2024 को, बगडोना निवासी रविंद्र देशमुख का शव उनके घर के बेडरूम में खून से लथपथ हालत में पाया गया। सूचना मिलते ही सारणी थाना प्रभारी श्री अरविंद कुमरे और पाथाखेड़ा चौकी प्रभारी वंशज श्रीवास्तव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर मृतक के पास से एक पिस्टल भी बरामद हुई, और उनके कान के ऊपर से खून बहता हुआ पाया गया। Also Read – Betul News : बैतूल पुलिस ने फटाखा फैक्ट्री में की बड़ी कार्रवाई
फोरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य | Betul News
घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक बैतूल निश्चल झारिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती कमला जोशी, और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सारणी रोशन जैन को दी गई। पुलिस अधीक्षक ने घटना की गंभीरता को देखते हुए फोरेंसिक जांच के निर्देश दिए। फोरेंसिक टीम, जिसमें नर्मदापुरम के एक्सपर्ट ऋषिकेश यादव और फिंगरप्रिंट प्रभारी निरीक्षक आबिद अंसारी शामिल थे, ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए।
जेब से बरामद हुआ सुसाइड नोट
शव की जांच के दौरान, मृतक की पैंट की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें 10 लोगों को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। मृतक ने लिखा कि रंजीत सिंह, प्रकाश शिवहरे, दीपक शिवहरे, प्रमोद गुप्ता, अभिषेक साहू, मो. नसीम रजा, शमीम रजा, नाजिया बानो, करण सूर्यवंशी, और भोला सिंह उर्फ रामनारायण सिंह ने पैसों के लिए मानसिक प्रताड़ना दी और समाज में उनकी छवि को खराब करने की धमकियां दीं।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज | Betul News
इस सुसाइड नोट के आधार पर, आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 444/24 के तहत धारा 108 और 3(5) बी.एन.एस. के अंतर्गत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
निष्कर्ष:
रविंद्र देशमुख की आत्महत्या के इस मामले में पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई है। फोरेंसिक टीम की जांच और सुसाइड नोट के आधार पर आरोपियों पर FIR दर्ज कर ली गई है। अब देखना यह है कि इस मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया क्या होती है और आरोपियों पर क्या कार्रवाई की जाती है। Also Read – Betul Crime News : आमला पुलिस की सख्त कार्रवाई