Chinese army in Pakistan – पाकिस्तान और चीन के बीच सुरक्षा समझौते की तैयारी चल रही है, जिसके तहत पाकिस्तान में चीनी सैनिकों की तैनाती की जाएगी। यह समझौता चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के दबाव में हो रहा है, और इसका उद्देश्य पाकिस्तान में रह रहे हजारों चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इन नागरिकों के लिए कई घातक आतंकवादी हमलों ने चीन के मल्टी-बिलियन डॉलर के निवेश को खतरे में डाल दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह चीन की कोशिश है पाकिस्तान के जरिए भारत को घेरने की। Also Read – Indian Railways : यात्री कृपया ध्यान दें , रेलवे कार्य के कारण दिसंबर तक बदला गया इन ट्रेनों का रूट
सुरक्षा समझौते के बाद चीनी सैनिकों की तैनाती | Chinese army in Pakistan
निक्केई एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, नए सुरक्षा समझौते के बाद चीनी सैनिक पाकिस्तान में काम कर सकेंगे। हालांकि, चीन ने पहले भी अपनी सेना तैनात करने का प्रस्ताव दिया था, जिसे पाकिस्तान ने खारिज कर दिया था। अब इस नए समझौते के तहत, चीनी नागरिकों को बख्तरबंद वाहनों के जरिए सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की योजना बनाई जा रही है।
आतंकवादी घटनाओं का बढ़ता खतरा
पाकिस्तान में हाल के दिनों में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिसमें कट्टरपंथी इस्लामवादी और अलगाववादी समूह शामिल हैं। बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह, जो चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) का एक प्रमुख स्थल है, वहां भी सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक है।
चीन का बढ़ता दबाव | Chinese army in Pakistan
चीन ने पाकिस्तान पर अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने का दबाव डाला है। सीपीईसी, जो चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, पाकिस्तान से होकर गुजरता है। अधिकांश चीनी नागरिक इसी परियोजना पर काम कर रहे हैं, लेकिन उन पर बढ़ते हमले चिंता का विषय हैं। Also Read – Indian Railway : रेल यात्री कृपया ध्यान दे रद्द हुईं 12 ट्रेनें, कुछ के किए गए मार्ग परिवर्तित
इस नए सुरक्षा समझौते से न केवल चीन की सैन्य उपस्थिति पाकिस्तान में बढ़ेगी, बल्कि यह भारत के लिए एक नई सुरक्षा चुनौती भी प्रस्तुत करेगा।