हिंडनबर्ग का दावा – माधवी बुच और उनके पति की एक ऐसी विदेशी कंपनी में हिस्सेदारी है, जिसका अडाणी समूह से गहरा संबंध
Hindenburgs New Report – नई दिल्ली : हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बीच SEBI प्रमुख माधबी बुच ने अपनी सफाई पेश की है। हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया था कि बुच और उनके पति की उसी विदेशी फंड में हिस्सेदारी है, जिसमें अडाणी समूह का भी निवेश है। इस आरोप पर बुच ने कहा है कि उनकी जिंदगी एक खुली किताब है और उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है।
बुच ने कहा कि उनके और उनके पति की आय के सभी स्रोत पूरी तरह से पारदर्शी हैं। उन्होंने कहा कि वे हमेशा कानून का पालन करते हैं और किसी भी तरह की अनैतिक गतिविधि में शामिल नहीं हैं। बुच ने कहा कि हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं। Also Read – IAS IPS Transfer : प्रदेश में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 47 आईएएस और आईपीएस के हुए तबादले
हिंडनबर्ग ने क्या कहा था? | Hindenburgs New Report
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि माधवी बुच और उनके पति की एक ऐसी विदेशी कंपनी में हिस्सेदारी है, जिसका अडाणी समूह से गहरा संबंध है। रिपोर्ट में कहा गया था कि यह कंपनी अडाणी समूह के लिए फंड जुटाने का काम करती है। हिंडनबर्ग ने यह भी आरोप लगाया था कि बुच ने SEBI प्रमुख रहते हुए अडाणी समूह को कई तरह के फायदे पहुंचाए हैं।
विवाद का असर
हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद से शेयर बाजार में अडाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। इस विवाद ने SEBI की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए थे। बुच के जवाब के बाद देखना होगा कि यह मामला किस मोड़ लेता है।
विशेषज्ञों की राय | Hindenburgs New Report
विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला काफी गंभीर है और इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हिंडनबर्ग के आरोप सही साबित होते हैं तो यह भारतीय शेयर बाजार के लिए एक बड़ा झटका होगा।
निष्कर्ष
हिंडनबर्ग के आरोपों ने SEBI प्रमुख माधबी बुच को विवादों के घेरे में ला दिया है। बुच ने इन आरोपों को खारिज करते हुए अपनी सफाई पेश की है। अब देखना होगा कि इस मामले की जांच में क्या सामने आता है।
यह लेख सूचना के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। Also Read – MP Viral Video : महिला ने सर्फ डाल कर ब्रश से रगड़ रगड़ कर साफ किए कट्टे
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