पुलिस ने आसपास के घर खाली करा कर इलाके को किया सील
Sensation after finding bomb – बैतूल – यहां स्वतंत्रता दिवस और मुख्यमंत्री के जिले में आगमन के मद्देनज़र, कोतवाली पुलिस ने एसपी निश्चल एन झारिया के निर्देशानुसार व्यापक सर्च अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत, जिला मुख्यालय में जिंदा बम और बम के खाली खोके मिलने से हड़कंप मच गया। तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने घटनास्थल को घेर लिया और कबाड़ के पूरे परिसर को सील कर दिया। पुलिस ने होशंगाबाद से बम निरोधक दस्ते (BDS) और आमला एयर फोर्स से भी टीम को बुलाया है। दोनों टीमें बम की स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करेंगी, जिसके बाद ही मिले सेल के बारे में अधिक जानकारी मिल सकेगी। सुरक्षा के तहत, पुलिस ने आसपास के घरों को भी खाली करवा दिया है, जिससे पूरे इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
कबाड़ी के पास मिले कुछ जीवित सेल | Sensation after finding bomb
एडिशनल एसपी कमला जोशी ने जानकारी दी कि कोतवाली पुलिस स्वतंत्रता दिवस और मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर गहन जांच अभियान चला रही थी। इस दौरान, कबाड़ी के पास कुछ जीवित सेल मिले हैं, जिनकी जांच के लिए होशंगाबाद से बम निरोधक दस्ते (BDS) की टीम को बुलाया गया है। इसके अलावा, एयरफोर्स की एक टीम भी बुलाई गई है। एएसपी श्रीमती जोशी ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। उन्होंने कहा कि मामला संवेदनशील है और इसकी गहन जांच की जा रही है। पूरे परिसर को सील कर दिया गया है, और सुरक्षा के लिहाज से आसपास के घरों को भी खाली करवा दिया गया है। Also Read – Raksha Bandhan 2024 : इस साल रक्षाबंधन पर है ये 4 शुभ संयोग, 90 साल बाद बन रहे हैं
12 से 15 बम किए गए बरामद | Sensation after finding bomb
पुलिस ने एक मुखबिर की सूचना पर जब तलाशी अभियान चलाया, तो वहां 12 से 15 बम बरामद किए गए। एडिशनल एसपी कमला जोशी ने बताया कि बरामद बमों में कुछ लाइव सेल हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता। उन्होंने यह भी बताया कि नईम कुरैशी के पूरे परिसर को सील कर दिया गया है।
पुलिस ने नईम कुरैशी के बेटे आकिब कुरैशी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। आकिब भी कबाड़ का व्यापार करता है। इस घटना के बारे में नईम कुरैशी का कहना है कि दो दिन पहले इंदिरा वार्ड, बैतूल के निवासी वसीम और शाहरूख ने तीन बोरियों में कबाड़ लाकर बेचा था, जिसे उन्होंने लोहा समझकर खरीदा। नईम कुरैशी ने बताया कि इन दोनों व्यक्तियों ने पहले भी कबाड़ बेचा था, इसलिए उन्होंने इस बार भी इसे लोहा मानकर स्वीकार कर लिया, लेकिन उन्हें यह पता नहीं था कि इसमें बम छिपे हो सकते हैं। Also Read – MP News : जाको राखे साइयाँ मार सके न कोई, रेलवे ट्रैक पर मरने गई महिला के ऊपर से निकली मालगाड़ी