जानें कब तक होगा विक्रय
MP Moong Kharidi – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के किसानों के लाभ के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उन्होंने ग्रीष्मकालीन मूंग की उपार्जन तिथि को बढ़ाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर साझा करते हुए बताया कि अब यह तिथि 5 अगस्त कर दी गई है।
बढ़ाई गई मूंग की खरीदी की तारीख | MP Moong Kharidi
मूंग की खरीदी की तारीख बढ़ाकर अब 5 अगस्त तक की गई है। प्रदेश में चल रही मूंग की खरीदी की तिथि किसानों की सुविधा के मद्देनजर कई बार बढ़ाई गई है। जून में दो बार और जुलाई में भी तारीख में वृद्धि की गई थी, जिससे 31 जुलाई को मूंग की खरीदी की अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी। लेकिन किसानों की मांग और बारिश से उत्पन्न समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तारीख बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब मूंग की खरीदी 5 अगस्त तक जारी रहेगी।Also Read – MP News : 11 जिलों में सीएम डॉ मोहन यादव के कार्यक्रम, बहनों से बंधवाएंगे राखी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दी जानकारी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने X पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि प्रदेश सरकार के लिए किसानों के हित सर्वोपरि हैं। किसानों की मांग को ध्यान में रखते हुए उपार्जन की तिथि में संशोधन किया गया है। पहले ग्रीष्मकालीन मूंग की उपार्जन तिथि 31 जुलाई थी, लेकिन किसानों के लाभ के लिए अब यह अवधि बढ़ाकर 5 अगस्त कर दी गई है। सभी जिलों में एक अतिरिक्त दिन किसानों को स्लॉट बुकिंग के लिए दिया जाएगा, जिससे वे 5 अगस्त तक मूंग बेच सकें। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वर्षा के मौसम को ध्यान में रखते हुए किसानों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
किसानों के चेहरे पर आई खुशी | MP Moong Kharidi
मध्य प्रदेश के 32 जिलों में मूंग की खरीदी के लिए रजिस्टर्ड केंद्र हैं, जहां यह प्रक्रिया जारी है। किसान इन केंद्रों पर पंजीकरण करवा कर और स्लॉट बुक करवा कर अपनी मूंग बेच रहे हैं। हालांकि आज 31 जुलाई थी, जो पहले अंतिम तिथि थी, कई किसानों की मूंग अभी बिक नहीं पाई थी और वे निराश थे। लेकिन अब उन्होंने राहत की सांस ली है, क्योंकि तिथि बढ़ाकर 5 अगस्त कर दी गई है, जिससे वे अपनी मूंग 5 अगस्त तक बेच सकेंगे।
मध्यप्रदेश के 32 जिलों में मूंग की खरीदी का कार्य जारी है। ये जिले हैं: गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, मंडला, शिवपुरी, अशोकनगर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, बैतूल, श्योपुर, भिण्ड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, सागर, इंदौर और बालाघाट।Also Read – MP News : प्रदेश में में दूध का उत्पादन हुआ जरूरत से ज्यादा, गोदामों में नहीं मिल्क प्रोडक्ट को रखने की जगह