Networkless Village : आज भी नेटवर्क विहीन हैं बैतूल जिले के 200 गांव

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भाजपा युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष ने संचार मंत्री से की मुलाकात

Networkless Villageबैतूल – 21वीं सदी के भारत में, जहां टेक्नोलॉजी और संचार सेवाओं का विकास तेजी से हो रहा है, वहीं बैतूल जिले के लगभग 200 गांव अब भी नेटवर्क से वंचित हैं। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष दिनेश यादव ने संचार मंत्री श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर इन गांवों को बीएसएनएल नेटवर्क से जोड़ने की मांग की है। Also Read – Human Trafficking : छात्राओं को थाना प्रभारी ने मानव तस्करी के खतरों और बचाव के प्रति किया जागरूक

वंचित रह जाते हैं युवा | Networkless Village 

दिनेश यादव ने संचार मंत्री को बताया कि बैतूल जिला प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है, जहां पहाड़ों और पर्वत श्रृंखलाओं के बीच छोटे-छोटे गांव बसे हुए हैं। इन गांवों में मुख्य रूप से आदिवासी समाज निवास करता है, जो संचार सेवाओं की कमी का सामना कर रहा है। नेटवर्क न होने के कारण ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही जननी एक्सप्रेस जैसी सुविधाएं भी इन गांवों तक नहीं पहुंच पातीं, जिससे प्रसव के समय महिलाओं को संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ता है, जो कई बार जानलेवा साबित होता है। 21वीं सदी के भारत की प्रगति के लिए ग्रामीण युवाओं और छात्रों का टेक्नोलॉजी से जुड़ना आवश्यक है। नेटवर्क की कमी के कारण यहां के युवा और छात्र शिक्षा और रोजगार के अवसरों से वंचित रह जाते हैं।

संचार मंत्री ने दिया आश्वासन  | Networkless Village

संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिनेश यादव को आश्वासन दिया कि बैतूल जिले के नेटवर्क से वंचित क्षेत्रों में जल्द ही टावर लगाने का कार्य शुरू किया जाएगा। बीएसएनएल की 4जी सेवाएं इन ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाई जाएंगी, जिससे स्थानीय लोग भी डिजिटल युग के लाभ उठा सकें। इस मुलाकात से बैतूल जिले के ग्रामीणों में आशा की नई किरण जगी है। यदि संचार सेवाएं उपलब्ध हो जाती हैं, तो यह क्षेत्र भी विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ सकेगा। अब देखना यह है कि संचार मंत्री के आश्वासन पर अमल कब तक होता है और बैतूल के ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या कब समाप्त होती है। Also Read – MP News : प्रदेश में में दूध का उत्पादन हुआ जरूरत से ज्यादा, गोदामों में नहीं मिल्क प्रोडक्ट को रखने की जगह

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