होली के बाद होगा मुनाफे का धमाका!
Kheti Kisani – जनवरी का महीना किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आता है, खासकर उन खेतों के लिए जहां आलू की फसल हो चुकी हो। इस समय आलू के खाली खेतों में कई प्रकार की सब्जियों की खेती की जा सकती है, जो न केवल अच्छी पैदावार देती हैं, बल्कि किसानों के लिए शानदार मुनाफा भी लेकर आती हैं। आइए जानते हैं जनवरी में उगाई जाने वाली पांच बेहतरीन सब्जियों के बारे में:
- खीरा (Cucumber)
जनवरी में खीरे की खेती शुरू की जा सकती है, क्योंकि यह फसल 50 से 55 दिनों में तैयार हो जाती है। मार्च के अंत तक गर्मी की शुरुआत होते ही खीरे की मांग बढ़ जाती है, जिससे किसानों को अच्छे दाम मिलते हैं। खीरे की कई किस्में ऐसी हैं, जिनकी तुड़ाई 50-55 दिनों में हो जाती है, और प्रति हेक्टेयर 200 से 300 क्विंटल तक उत्पादन लिया जा सकता है। Also Read – Kheti Kisani : घर में उगाएं टमाटर, डच बकेट विधि से जानें कैसे पाएं ताजे और सस्ते टमाटर - हरी मिर्च (Green Chili) | Kheti Kisani
जनवरी के अंत में हरी मिर्च की फसल लगाने का समय होता है। इस समय में किसानों को अच्छा उत्पादन मिलता है। खास ध्यान रखें कि लीफ कर्ल वायरस प्रतिरोधी किस्म का चुनाव करें, ताकि फसल पर कोई नकारात्मक असर न पड़े। हरी मिर्च की फसल से किसानों को अच्छे दाम मिलते हैं, खासकर जनवरी में लगाई गई फसल से। - पछेती फूलगोभी (Late Cauliflower)
आलू के बाद खाली खेतों में पछेती फूलगोभी की खेती करने से अच्छा मुनाफा मिलता है। जनवरी में पछेती फूलगोभी की फसल 80 से 85 दिनों में तैयार हो जाती है। बाजार में इसकी कीमत भी अच्छी रहती है, जैसे अगेती फूलगोभी की रहती है। यह एक लाभकारी फसल साबित हो सकती है। - करेला (Bitter Gourd) | Kheti Kisani
जनवरी का मौसम करेले की खेती के लिए आदर्श माना जाता है। किसान अगेती किस्म के करेले उगा सकते हैं, और मचान विधि से इसकी फसल लगाने से पैदावार में वृद्धि होती है। 50 से 55 दिनों में उत्पादन मिलने लगता है, और यह एक अच्छा विकल्प है। - भिंडी (Okra)
जनवरी के अंतिम सप्ताह में भिंडी की बुआई की जा सकती है। भिंडी की फसल से किसान 50 दिनों में उपज प्राप्त कर सकते हैं। अच्छे उत्पादन के लिए, एक पौधे से दूसरे पौधे के बीच एक फीट की दूरी रखें, और एक लाइन से दूसरी लाइन की दूरी भी एक फीट होनी चाहिए।
इन सब्जियों की खेती से किसान न केवल अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि होली के बाद उन्हें बेहतर कीमत भी मिल सकती है, जिससे उनका मुनाफा दोगुना हो सकता है। Also Read – Mushroom Ki Kheti : अब 200 रूपये किलो के मशरूम बाजार से खरीदने की जरूरत नहीं