पर्यटकों की शोरगुल ने किया माहौल खराब, आनंद महिंद्रा ने जताई नाराजगी
Bagh Ka Video – उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने हाल ही में एक राष्ट्रीय उद्यान का वीडियो साझा किया, जिसमें एक बाघिन अपने पांच शावकों के साथ जंगल के रास्तों पर शान से टहलती नजर आ रही है। यह दृश्य जितना अद्भुत था, उतना ही निराशाजनक पर्यटकों का व्यवहार। सफारी जीपों में बैठे पर्यटकों के शोरगुल ने वन्यजीवों के प्रति अनुचित व्यवहार को उजागर किया।
आनंद महिंद्रा ने वीडियो पर क्या कहा? | Bagh Ka Video
आनंद महिंद्रा ने यह वीडियो एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर करते हुए लिखा:
“शानदार! ताडोबा नेशनल पार्क में पांच शावक अपनी मां के साथ। इन आगंतुकों के लिए यह जीवन में एक बार देखने वाला अनुभव है। लेकिन पिछली बार जब मैं सफारी पर गया था, तो हमें चुप रहने की सख्त हिदायत दी गई थी। अब इतनी बकबक क्यों?” Also Read – Bandar Aur Bagh : बंदर ने बाघ को दी मात: जंगल में हुई अनोखी चतुराई की लड़ाई
वीडियो में क्या है खास?
वीडियो में बाघिन और उसके पांच शावक जंगल के रास्तों पर शांति से चलते दिख रहे हैं। यह दृश्य किसी फिल्म के राजसी पल जैसा लगता है। लेकिन इस अद्भुत नजारे को पर्यटकों के शोरगुल ने खराब कर दिया। सफारी जीपों में बैठे लोग जोर-जोर से बातें कर रहे थे, जिससे वन्यजीवों के स्वाभाविक व्यवहार में खलल पड़ सकता है।
शोर से वन्यजीवों पर क्या असर पड़ता है? | Bagh Ka Video
राष्ट्रीय उद्यानों में स्पष्ट दिशानिर्देश होते हैं कि पर्यटक जानवरों के करीब होने पर चुप रहें। शोरगुल:वन्यजीवों को परेशान करता है और उनके स्वाभाविक व्यवहार को बदल सकता है।
सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकता है, क्योंकि घबराए हुए जानवर आक्रामक हो सकते हैं। Also Read – MP Bagh News : आदमखोर बाघ की तलाश जारी
अन्य पर्यटकों के अनुभव को भी खराब करता है।
महिंद्रा की पोस्ट पर प्रतिक्रियाएं
वीडियो वायरल होने के बाद कई यूजर्स ने महिंद्रा की बात का समर्थन किया।एक यूजर ने लिखा, “पर्यटकों को नियमों का पालन करना चाहिए।”दूसरे ने कहा, “यह नजारा देखने का मौका हर किसी को नहीं मिलता। इसका सम्मान करें।”कुछ लोगों ने वन्यजीव संरक्षण के महत्व पर भी जोर दिया।
पर्यावरण संरक्षण की सीख | Bagh Ka Video
आनंद महिंद्रा की पोस्ट हमें याद दिलाती है कि राष्ट्रीय उद्यानों में जाने का मौका एक विशेषाधिकार है। पर्यटकों को:पार्क के नियमों का पालन करना चाहिए।वन्यजीवों का सम्मान करना चाहिए।शांति बनाए रखनी चाहिए ताकि जानवरों का प्राकृतिक वातावरण बरकरार रहे। Also Read – Betul Me Bagh : अपने शिकार को खाने फिर वापस आए बाघ