आदित्य बबला शुक्ला की दावेदारी मजबूत
BJP Jila Adhyaksh – बैतूल : भाजपा संगठन चुनावों में मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन के बाद अब जिला अध्यक्ष पद के लिए रायशुमारी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस संदर्भ में आज बैतूल स्थित भाजपा कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने भाग लिया और संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की।
रायशुमारी की प्रक्रिया: वन-टू-वन चर्चा और नामांकन | BJP Jila Adhyaksh
रायशुमारी के लिए इंदौर के पूर्व विधायक और चुनाव प्रभारी सुदर्शन गुप्ता तथा नर्मदापुरम संभाग के पर्यवेक्षक जेपी चतुर्वेदी ने भाजपा नेताओं से वन-टू-वन चर्चा की। इसके बाद, सभी नेताओं से तीन नाम लिखित रूप में लिफाफे में मांगे गए। Also Read – MP Transfer : 2025 में मोहन सरकार की प्रशासनिक सर्जरी
बैठक में शामिल प्रमुख नेता और पदाधिकारी
रायशुमारी प्रक्रिया में जिले के सभी प्रमुख नेता और पदाधिकारी शामिल हुए, जिनमें शामिल हैं:
- विधायकगण:
- हेमंत खंडेलवाल
- चंद्रशेखर देशमुख
- महेंद्र सिंह चौहान
- डॉ. योगेश पंडाग्रे
- गंगाबाई उइके
- अन्य प्रमुख नेता:
- वर्तमान जिलाध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला
- युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष भास्कर मगरदे
- पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, और पूर्व जिलाध्यक्ष
- भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष
- सभी मोर्चा और प्रकोष्ठ के अध्यक्ष
संभावित उम्मीदवारों की सूची | BJP Jila Adhyaksh
भाजपा सूत्रों के अनुसार, जिला अध्यक्ष पद के लिए निम्नलिखित नामों पर चर्चा हुई:
- आदित्य बबला शुक्ला: वर्तमान जिलाध्यक्ष
- श्रीमती रश्मि साहू: भाजपा जिला उपाध्यक्ष
- राजेश आहूजा: पूर्व मंडल अध्यक्ष
- हंसराज धुर्वे: जिला पंचायत उपाध्यक्ष
- अतीत पंवार: नागरिक बैंक के पूर्व अध्यक्ष
- सुधाकर पंवार: भाजपा के वरिष्ठ नेता
आदित्य बबला शुक्ला की दावेदारी मजबूत
चर्चा के अनुसार, वर्तमान जिलाध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। उनकी कार्यशैली और संगठन में उनके योगदान को देखते हुए, संभावना जताई जा रही है कि वे दोबारा जिला अध्यक्ष चुने जा सकते हैं।
भाजपा संगठन के लिए क्या है महत्व? | BJP Jila Adhyaksh
जिला अध्यक्ष का चयन भाजपा संगठन के लिए महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह पद पार्टी की जमीनी मजबूती और आगामी चुनावों में प्रभावी रणनीति के लिए अहम भूमिका निभाता है।
अगले चरण की प्रक्रिया
रायशुमारी के बाद, चुनाव प्रभारी और पर्यवेक्षक इन नामों को प्रदेश नेतृत्व को सौंपेंगे, जहां अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
भाजपा के इस संगठनात्मक चुनाव से पार्टी को नई ऊर्जा और दिशा मिलने की उम्मीद है। Also Read – MP Politics : एमपी को 15 जनवरी तक मिल सकता है नया बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष