24 की नौकरी खतरे में
MP Sarkari Karmchari – मध्य प्रदेश में 232 सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की नौकरी पर संकट मंडरा रहा है। इनमें से 24 की नौकरी जाना लगभग तय है। यह जानकारी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह द्वारा लिखित उत्तर में दी गई। इन अधिकारियों और कर्मचारियों पर आरोप है कि इन्होंने आरक्षण का लाभ लेने के लिए फर्जी जाति प्रमाण पत्र का सहारा लिया।
फर्जी जाति प्रमाण पत्रों पर कार्रवाई | MP Sarkari Karmchari
विधानसभा में विधायक डॉ. राजेंद्र सिंह ने फर्जी जाति प्रमाण पत्रों की जांच से संबंधित सवाल उठाया था। इसके जवाब में मंत्री ने बताया कि 2015 से अब तक 232 कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें दर्ज की गई हैं। इनमें से अधिकांश मामलों में जांच जारी है। Also Read – MP Private School : मध्य प्रदेश में निजी स्कूलों की मनमानी पर लगेगी लगाम
मुख्य बिंदु:
232 कर्मचारियों के खिलाफ शिकायतें दर्ज।
2020 के बाद 24 जाति प्रमाण पत्र निरस्त किए गए।
इन 24 कर्मचारियों की नौकरी जाना तय है।
2015 से अब तक की कार्रवाई
जनजातीय कार्य मंत्री ने बताया कि शिकायतों के आधार पर जांच की जा रही है। जिन कर्मचारियों ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए सरकारी नौकरी हासिल की, उनके प्रमाण पत्र निरस्त किए जा चुके हैं।
जांच के बाद नौकरी पर खतरा | MP Sarkari Karmchari
जिन 24 कर्मचारियों के जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं, उनकी सरकारी नौकरी अब समाप्त होने की स्थिति में है। यह कार्रवाई सरकारी नियमों और कानूनों के तहत की जा रही है।
फर्जीवाड़े पर सख्त रुख
सरकार ने स्पष्ट किया है कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी पाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कदम सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता और समानता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। Also Read – MP Kisan : एमपी के किसानों के लिए महत्वपूर्ण अपडेट