जानिए इसके पीछे की वजह
Old 5 Rupee Coins – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में 5 रुपए के पुराने मोटे सिक्कों को बंद करने का निर्णय लिया है। इस फैसले के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं, जिनमें सिक्के के निर्माण में इस्तेमाल की गई धातु का अवैध उपयोग भी शामिल है। आइए, इस फैसले के पीछे की पूरी प्रक्रिया और कारणों को विस्तार से समझते हैं।
कैसे होता है नोट और सिक्कों का निर्णय? | Old 5 Rupee Coins
भारत में कितने नोट और सिक्के छापे जाएंगे, इसका फैसला केंद्र सरकार करती है। हालांकि, नए नोट और सिक्के छापने का अधिकार केवल RBI के पास होता है। इस प्रक्रिया में दो चरण शामिल होते हैं: Also Read – Ropeway in MP: उज्जैन, पचमढ़ी और पातालकोट में बनेंगे रोपवे
RBI का प्रस्ताव: RBI केंद्र सरकार को नोट और सिक्के छापने का प्रस्ताव देता है।
सरकार का निर्णय: सरकार, RBI के वरिष्ठ अधिकारियों और अर्थशास्त्रियों के साथ मिलकर चर्चा करती है और अंतिम निर्णय लेती है।नोट और सिक्कों को बंद करने की प्रक्रिया भी इसी तरह होती है।
पांच रुपए के सिक्के का बंद होना
भारतीय करेंसी में नोट के साथ सिक्कों का चलन हमेशा से रहा है। वर्तमान में 100, 200 और 500 के नोट के साथ 5, 10 और 20 के सिक्के चलन में हैं। हालांकि, पिछले कुछ समय में 5 रुपए के मोटे पुराने सिक्के बाजार से धीरे-धीरे गायब हो गए हैं। उनकी जगह अब पतले और सुनहरे रंग के नए सिक्के ले चुके हैं।लेकिन सवाल यह है कि पुराने सिक्के क्यों बंद किए गए?
पुराने सिक्कों के बंद होने का कारण | Old 5 Rupee Coins
सर्फेस वैल्यू से ज्यादा मेटल वैल्यू
हर सिक्के की दो वैल्यू होती है:
सर्फेस वैल्यू: जो सिक्के पर अंकित होती है, जैसे 5 रुपए।
मेटल वैल्यू: सिक्के को बनाने में इस्तेमाल धातु की कीमत।पुराने 5 रुपए के सिक्के की मेटल वैल्यू उसकी सर्फेस वैल्यू से अधिक हो गई थी। इस वजह से लोगों ने इन्हें पिघलाकर मुनाफा कमाना शुरू कर दिया।
ब्लेड बनाने में हो रहा था दुरुपयोग
पुराने सिक्के की धातु का उपयोग दाढ़ी बनाने वाली ब्लेड बनाने में किया जा रहा था।एक सिक्के से लगभग 6 ब्लेड बनाई जाती थीं, जिन्हें 2 रुपए प्रति ब्लेड के हिसाब से बेचा जाता था।इस तरह, एक 5 रुपए के सिक्के से 12 रुपए तक कमाए जा रहे थे।यह अवैध व्यापार इतना बढ़ गया कि सिक्कों को बांग्लादेश तक तस्करी किया जाने लगा।
RBI का नया कदम
जब सरकार और RBI को सिक्कों के दुरुपयोग की जानकारी मिली, तो जांच शुरू की गई। इसके बाद RBI ने 5 रुपए के सिक्के की धातु और डिज़ाइन में बदलाव किया।नए सिक्के पतले और हल्के हैं।इनकी धातु कम लागत वाली है, जिससे मेटल वैल्यू सर्फेस वैल्यू से अधिक नहीं हो सकती।
नए सिक्कों का चलन | Old 5 Rupee Coins
अब बाजार में केवल नए पतले और सुनहरे 5 रुपए के सिक्के उपलब्ध हैं। पुराने मोटे सिक्के धीरे-धीरे प्रचलन से बाहर हो गए हैं। Also Read – MP Pension Schemes : सामाजिक सुरक्षा पेंशन में देरी पर मिलेगा एरियर