Ropeway in MP: उज्जैन, पचमढ़ी और पातालकोट में बनेंगे रोपवे

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17 स्थानों पर तैयारियां शुरू

Ropeway in MP – मध्य प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और आवागमन को सुगम बनाने के लिए पर्वतमाला परियोजना के तहत राज्य के 17 प्रमुख स्थलों पर रोपवे का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना का प्रथम चरण उज्जैन, सागर और जबलपुर में शुरू हो चुका है। उज्जैन रेलवे स्टेशन से श्री महाकाल मंदिर तक रोपवे निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिसे सिंहस्थ-2028 से पहले पूरा करने का लक्ष्य है।

Ropeway in MP: Ropeways will be built in Ujjain, Pachmarhi and Patalkot.
Ropeway in MP: Ropeways will be built in Ujjain, Pachmarhi and Patalkot.

प्रथम चरण के रोपवे प्रोजेक्ट्स | Ropeway in MP

उज्जैन:स्थान: रेलवे स्टेशन से श्री महाकाल मंदिर।लंबाई: 1.762 किलोमीटर।लागत: ₹199 करोड़।रेलवे भूमि अधिग्रहण के लिए ₹14.87 करोड़ जमा किए जा चुके हैं।भू-अर्जन और यूटिलिटी विस्थापन के लिए ₹19.92 करोड़ स्वीकृत।सागर:स्थान: टिकिटोरिया माता मंदिर।लंबाई: 15 मीटर।लागत: ₹17.28 करोड़।परियोजना के लिए 5334.73 वर्ग मीटर शासकीय भूमि हस्तांतरण प्रक्रिया जारी।जबलपुर:स्थान: एमपायर स्टेडियम से गुरुद्वारा और सिविक सेंटर से बलदेव बाग।प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार और मंत्रालय को स्वीकृति के लिए नोट भेजा गया। Also Read – MP Sarkari Karmchari : मध्यप्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के दस्तावेज अपडेट

अन्य प्रस्तावित रोपवे परियोजनाएं

उज्जैन: महाकाल मंदिर।

सागर: टिकिटोरिया माता मंदिर।

जबलपुर: एमपायर स्टेडियम से गुरुद्वारा।

पचमढ़ी: चौरागढ़ महादेव मंदिर।

छिंदवाड़ा: पातालकोट।

इंदौर: राजवाड़ा चौराहा।

ग्वालियर: किला से फूलबाग चौराहा।

ओरछा: रामराजा मंदिर।

भोपाल: गोल जोड़ तिराहा से न्यू मार्केट।

खंडवा: सैलानी आइलैंड।

अमरकंटक: दुग्धधारा।

मांडू: रानी रूपमती पवेलियन।

खंडवा: सिद्धवारकट जैन मंदिर।

खजुराहो: रनेह फॉल।

परियोजना की मुख्य विशेषताएं | Ropeway in MP

निर्माण एजेंसी: भारत सरकार की एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण)।सहयोगी संस्थान: मप्र सड़क विकास निगम और नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड (NHLML)।भूमि उपलब्धता: राज्य सरकार द्वारा सुनिश्चित की जाएगी।

पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा

रोपवे परियोजनाएं न केवल स्थानीय और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेंगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेंगी। साथ ही, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों तक पहुंचना आसान होगा, जिससे राज्य के पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाई मिलेगी। Also Read – MP Pension Schemes : सामाजिक सुरक्षा पेंशन में देरी पर मिलेगा एरियर

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