जयस संगठन ने आंदोलन की दी चेतावनी
Fraud – बैतूल – भैंसदेही तहसील के ग्राम चिल्कापुर में एक गरीब आदिवासी परिवार के साथ एक दुखद घटना घटी है, जिसमें शासन द्वारा दी गई आपदा सहायता राशि में से दो लाख रुपये की ठगी कर ली गई। इस घटना के बाद पीड़ित ने जयस संगठन के नेतृत्व में कलेक्टर और एसपी से शिकायत की है और संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि उचित कार्रवाई नहीं की जाती है तो वे जिला स्तर पर बड़ा आंदोलन करेंगे।
क्या हुआ था? | Fraud
पीड़ित दिलीप कोरकू ने आरोप लगाया कि ग्राम चिल्कापुर निवासी धनराज तेली ने उन्हें गुमराह कर सरकारी सहायता राशि में से दो लाख रुपये हड़प लिए। दिलीप के पिता गन्नू कोरकू की 4 जून 2024 को मछली पकड़ते समय डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद, सरकार ने उन्हें चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की, जो उनके खाते में 3 सितंबर 2024 को जमा हुई।दिलीप को इस बारे में जानकारी नहीं थी जब तक धनराज ने उसे अपने वाहन में बैठाकर भैंसदेही ले जाकर बैंक से दो लाख रुपये निकालवाए और कहा कि यह राशि अधिकारियों और बाबुओं को देनी है। दिलीप, जो अनपढ़ और भोला था, ने बिना किसी संदेह के वह राशि दे दी। इसके बाद धनराज ने बाकी राशि भी निकालने का दबाव डाला, लेकिन दिलीप ने संदेह होने पर बाकी पैसे नहीं दिए और परिजनों को इस बारे में जानकारी दी। Also Read – MP Bagh News : आदमखोर बाघ की तलाश जारी
ठगी की पुरानी आदत
दिलीप ने बताया कि धनराज कई बार इस तरह गांव के भोले-भाले लोगों को गुमराह कर सरकारी योजनाओं की सहायता राशि हड़प चुका है। वह न तो पंचायत के पद पर है और न ही कोई अधिकार रखता है, लेकिन सरपंच और सचिव पर दबाव डालकर अपनी मर्जी चलाता है। जब भी किसी गांववाले की आकस्मिक मृत्यु होती है, वह शोकाकुल परिवार को गुमराह कर उनके दस्तावेज और पासबुक लेकर, जैसे ही सहायता राशि खाते में आती है, वह उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर आधी राशि हड़प लेता है।
जयस संगठन की चेतावनी | Fraud
पीड़ित परिवार ने जयस संगठन के अध्यक्ष संदीप कुमार धुर्वे, प्रदेश संयोजक जामवंत सिंह कुमरे, और सोनू पांसे के नेतृत्व में कलेक्टर और एसपी से शिकायत की। जयस ने इस मामले में कहा कि अगर प्रशासन समय रहते कार्रवाई नहीं करता, तो संगठन जिला स्तर पर आंदोलन करेगा। संगठन ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि इस आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
पीड़ित की मांग
दिलीप ने अपनी शिकायत में बैंक स्टेटमेंट, आर्थिक सहायता स्वीकृति आदेश, शपथ पत्र, और वाहन की प्रतिलिपि भी संलग्न की है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि धनराज के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उनसे हड़पी गई राशि वापस दिलाई जाए।यह घटना एक गंभीर मामला बन चुकी है, और प्रशासन के लिए यह समय है कि वह अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए पीड़ित को न्याय दिलाए। Also Read – Pt Dhirendra Shastri : खाली जेब में पैसा टिकाने के आसान और असरदार उपाय