Action of Forest Department : रात 3 बजे वन विभाग की सतर्कता से पकड़ी गई अवैध सागौन लकड़ी

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बोलेरो में लदी सागौन लकड़ी पकड़ी गई, आरोपी गिरफ्तार

Action of Forest Department – बैतूल जिले के दक्षिण वनमंडल के सावलमेंढा वन परिक्षेत्र में वन विभाग की सतर्कता से एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। 9 दिसंबर 2024 की रात करीब 3:15 बजे, वन विभाग की टीम ने सागौन तस्करी के एक बड़े मामले को पकड़ते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया।

Action of Forest Department : रात 3 बजे वन विभाग की सतर्कता से पकड़ी गई अवैध सागौन लकड़ी
Action of Forest Department: Illegal teak wood caught by the vigilance of Forest Department at 3 pm

कैसे पकड़ी गई सागौन लकड़ी? | Action of Forest Department

गश्ती दल ने ग्राम आडाउम्बर के पास बैलाकांडी क्षेत्र में गश्त के दौरान एक संदिग्ध वाहन को रोका।कच्चे रास्ते पर सिंगल हेडलाइट के साथ एक महिंद्रा बोलेरो पिकअप (क्रमांक MH-27-BX-7069, सफेद रंग) आ रही थी।वाहन की तलाशी में 23 नग अवैध सागौन लकड़ी बरामद हुई, जिसका माप 1.639 घन मीटर और अनुमानित कीमत ₹91,838 है।इसके अलावा, मौके पर एक संदिग्ध मोटरसाइकिल सुपर स्प्लेंडर (क्रमांक MP-48-MH-8267, जामुनी रंग) भी मिली। Also Read – MP IAS Transfer 2024 : मध्य प्रदेश में 15 IAS अधिकारियों का तबादला

आरोपी की गिरफ्तारी और कार्रवाई

पकड़े गए आरोपी की पहचान कमल पिता नेमीचंद उईके के रूप में हुई, जो ग्राम आडाउम्बर, तहसील भैंसदेही का निवासी है।जब्त वाहन और लकड़ी को सावलमेंढा वन परिक्षेत्र कार्यालय ले जाया गया।अपराध प्रकरण क्रमांक 499/32 दिनांक 9 दिसंबर 2024 के तहत मामला पंजीकृत कर लिया गया है।आरोपी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई जारी है, और पूरे मामले की जांच चल रही है।

टीम की तत्परता से मिली सफलता | Action of Forest Department

इस कार्रवाई में वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई:देवीराम उईके (वनपाल, परिक्षेत्र धाबा)महेंद्र पाल (वनपाल, परिक्षेत्र कोथलकुंड)गौरव कुमार जैन (वनरक्षक)रामू धुर्वे (वनरक्षक)अंकित नाडेकर (वनरक्षक)सुरक्षा श्रमिकों का भी सराहनीय योगदान रहा।वनमंडलाधिकारी विजयानन्तम टी.आर. और उपवनमंडलाधिकारी देवआनंद पाण्डेय के मार्गदर्शन में, वन परिक्षेत्र अधिकारी मानसिंग परते के निर्देशन में यह सफल ऑपरेशन पूरा किया गया।

वन विभाग की सतर्कता का संदेश

यह कार्रवाई वन विभाग की तत्परता और समर्पण का उदाहरण है। यह न केवल जंगलों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि अवैध गतिविधियों पर कड़ा प्रहार भी करता है। इस घटना से यह स्पष्ट है कि वन विभाग प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए सतर्क है और तस्करी करने वालों को कानूनी शिकंजे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है। Also Read – MPBSE Exam : 10वीं और 12वीं परीक्षा का पैटर्न बदला

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