महिला सशक्तिकरण और युवा उद्यमिता का आदर्श उदाहरण
Svayan Sahaayata Samooh – बैतूल जिले में ग्रामीण महिलाओं और युवा उद्यमियों के लिए एक नई प्रेरणा बनी “एसएचजी से स्टार्टअप अभियान”, जो जिला पंचायत द्वारा महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से शुरू किया गया है। इस अनूठी पहल के माध्यम से, स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं और युवा उद्यमियों को एक मंच प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे संयुक्त रूप से व्यवसाय शुरू कर समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।
स्टार्टअप अभियान: एक नयी शुरुआत | Svayan Sahaayata Samooh
जुलाई 2024 से शुरू हुए इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को प्रोत्साहित करना है। अभियान के तहत महिलाओं द्वारा स्थापित स्टार्टअप कंपनियों को प्रोत्साहन और निवेश उपलब्ध कराया जा रहा है। Also Read – MP Pashu Palan : प्रदेश में पशुपालन विभाग करेगा उच्च नस्ल की गायों की बछियों की बिक्री
इस पहल में व्यवसायिक अनुभव रखने वाले युवा उद्यमी, एसएचजी समूह की महिलाओं के साथ साझेदारी कर रहे हैं। वे स्टार्टअप्स के फाउंडिंग मेंबर बनने के साथ-साथ महिलाओं को मासिक आय, कौशल प्रशिक्षण, और आवश्यक मशीनरी की व्यवस्था भी कर रहे हैं। इसके अलावा, अस्थायी और अर्ध-कुशल श्रमिकों के रूप में एसएचजी महिलाओं और उनके परिवार के सदस्यों को रोजगार प्रदान किया जा रहा है।
दो स्टार्टअप को मिला बड़ा निवेश
अब तक, इस अभियान के तहत दो स्टार्टअप प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है, जिन्हें कुल ₹3.1 करोड़ का निवेश प्राप्त हुआ है:
- बैतूल बैम्बू आजीविका प्राइवेट लिमिटेड
- स्थान: ग्राम जामठी
- निवेश: ₹1.6 करोड़
- उत्पाद: बांस आधारित डेंटल हाइजीन प्रोडक्ट
- यह स्टार्टअप बांस से बनाए जाने वाले टूथब्रश और अन्य उत्पादों का निर्माण करेगा, जिससे पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।
- राजिता आर्ट एंड हेरिटेज प्राइवेट लिमिटेड
- स्थान: ग्राम आरुल
- निवेश: ₹1.5 करोड़
- उत्पाद: पारंपरिक कला आधारित होम डेकोर और फैशन प्रोडक्ट
- यह स्टार्टअप स्थानीय शिल्प और सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहित करेगा और वैश्विक बाजार में उत्पाद पहुंचाएगा।
महिलाओं और युवाओं के लिए खास सुविधाएं | Svayan Sahaayata Samooh
जिला पंचायत द्वारा इन स्टार्टअप्स को कई तरह की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं:
- व्यवसाय स्थल: किफायती दरों पर आजीविका व्यवसायिक केंद्र उपलब्ध।
- प्रशिक्षण: कौशल विकास और मार्केटिंग के लिए विशेष कार्यक्रम।
- सहयोग: आधुनिक व्यापार प्रथाओं और प्रबंधन तकनीकों की जानकारी।
उद्यमिता विकास के फायदे
सीईओ जिला पंचायत, श्री अक्षत जैन ने कहा कि यह अभियान महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ युवाओं को सामाजिक उद्यमिता और जॉब क्रिएशन के लिए प्रेरित करेगा। यह पहल “लखपति दीदी अभियान” और “स्टार्टअप इंडिया अभियान” के उद्देश्यों को साकार करने में सहायक होगी।
एक सकारात्मक बदलाव की ओर | Svayan Sahaayata Samooh
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव, नर्मदापुरम में इन स्टार्टअप्स ने अपना “इंटेंट टू इन्वेस्ट” लेटर प्रस्तुत किया, जो इस अभियान की सफलता और महिलाओं के उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ते कदम का प्रमाण है।
निष्कर्ष:
यह अभियान न केवल महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बना रहा है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा कर सामाजिक और आर्थिक समृद्धि को भी बढ़ावा दे रहा है। बैतूल का यह मॉडल अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणा बन सकता है। Also Read – MP Shramik : मध्य प्रदेश के श्रमिकों के लिए खुशखबरी