जानें भारत में कौन से ग्रहण दिखेंगे
Grahan 2025 – साल 2025 खगोलीय दृष्टि से खास रहने वाला है क्योंकि इस साल कुल चार ग्रहण लगेंगे, जिनमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण शामिल हैं। ग्रहण केवल एक खगोलीय घटना नहीं है, इसका वैज्ञानिक और धार्मिक महत्व भी है। शास्त्रों में ग्रहण से जुड़ी मान्यताओं और सूतक काल के नियमों का भी उल्लेख मिलता है। आइए जानते हैं 2025 में कब-कब और कहां-कहां ये ग्रहण दिखाई देंगे।
साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण: 14 मार्च 2025 | Grahan 2025
प्रकार: पूर्ण चंद्र ग्रहणग्रहण का समय:उपछाया: सुबह 9:27 से दोपहर 3:30 (6 घंटे 3 मिनट)आंशिक ग्रहण: सुबह 10:40 से दोपहर 2:18 (3 घंटे 38 मिनट)पूर्ण ग्रहण: 11:56 से 1:01 (1 घंटा 5 मिनट)ग्रहण का मध्यकाल: 12:29 बजे
दिखाई देने वाले स्थान: यूरोप, एशिया (आंशिक), ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत और अटलांटिक महासागर।भारत में स्थिति: यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा। Also Read –
साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण: 29 मार्च 2025
प्रकार: आंशिक सूर्य ग्रहणग्रहण का समय:दोपहर 2:21 से शाम 6:16 (3 घंटे 53 मिनट)मध्यकाल: 4:17 बजे
दिखाई देने वाले स्थान: यूरोप, उत्तरी एशिया, उत्तर-पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका (आंशिक), और अटलांटिक महासागर।भारत में स्थिति: यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा।
साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण: 7 सितंबर 2025 | Grahan 2025
प्रकार: पूर्ण चंद्र ग्रहणग्रहण का समय:उपछाया: रात 8:58 से अगले दिन सुबह 2:25 (5 घंटे 27 मिनट)आंशिक ग्रहण: रात 9:57 से 1:27 (3 घंटे 30 मिनट)पूर्ण ग्रहण: रात 11:01 से 12:23 (1 घंटा 22 मिनट)ग्रहण का मध्यकाल: रात 11:42 बजे
दिखाई देने वाले स्थान: यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, पश्चिमी उत्तरी अमेरिका, पूर्वी दक्षिण अमेरिका और अन्य क्षेत्रों में।भारत में स्थिति: यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा, इसलिए सूतक काल मान्य होगा। सूतक काल: 7 सितंबर दोपहर 12:55 से आरंभ होगा।
साल 2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण: 21 सितंबर 2025
प्रकार: आंशिक सूर्य ग्रहणग्रहण का समय:रात 11:00 से अगले दिन सुबह 3:24 (4 घंटे 24 मिनट)मध्यकाल: 22 सितंबर, सुबह 1:12 बजे
दिखाई देने वाले स्थान:अमेरिका, समोआ, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फिजी, और अटलांटिक महासागर।भारत में स्थिति: यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा।
2025 का ग्रहण पंचांग: खास जानकारी | Grahan 2025
2025 में कुल 4 ग्रहण लगेंगे:2 चंद्र ग्रहण (14 मार्च और 7 सितंबर)2 सूर्य ग्रहण (29 मार्च और 21 सितंबर)इनमें से केवल 7 सितंबर का चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा।अन्य ग्रहण भारत में अदृश्य रहेंगे, इसलिए उनका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
ग्रहण का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व
ग्रहण को भारतीय शास्त्रों में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। वैज्ञानिक दृष्टि से यह खगोलीय घटना पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा की स्थिति को दर्शाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण के समय ध्यान, पूजा और दान-पुण्य का विशेष महत्व है।
निष्कर्ष | Grahan 2025
2025 में खगोलीय घटनाओं के प्रति उत्सुक लोगों के लिए ये चार ग्रहण खास रहेंगे। अगर आप भारत में हैं, तो केवल 7 सितंबर का चंद्र ग्रहण देख पाएंगे। ग्रहण के दौरान बताए गए नियमों का पालन करें और इस अद्भुत खगोलीय घटना का आनंद लें। Also Read –