रक्षा मंत्रालय ने किया 40 दिन के वेतन के बराबर बोनस का ऐलान
Kendriya Sarkari Karmchari – केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी आई है। रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना, वायु सेना, और नौसेना के पात्र रक्षा नागरिक कर्मचारियों के लिए ‘उत्पादकता से जुड़ा बोनस’ (प्रोडक्टिविटी-लिंक्ड बोनस या पीएलबी) की घोषणा की है। इस बोनस के तहत कर्मचारियों को 40 दिन के वेतन के बराबर राशि मिलेगी। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी गई है।
किन कर्मचारियों को मिलेगा लाभ? | Kendriya Sarkari Karmchari
रक्षा मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए भारतीय सेना और आर्मी ऑर्डनेंस कॉर्प्स (AOC) के सभी पात्र रक्षा नागरिक कर्मचारियों को यह बोनस दिया जाएगा। यह लाभ ग्रुप B (गैर-राजपत्रित) और ग्रुप C श्रेणी में आने वाले सिविलियन कर्मचारियों को मिलेगा। इसका उद्देश्य कर्मचारियों की उत्पादकता को बढ़ावा देना और उन्हें प्रोत्साहित करना है। Also Read – MP Schools : कक्षा 6 से 8 तक के स्कूलों में हर माह एक शनिवार को होगा ‘बैगलेस डे’
बोनस की गणना कैसे होगी?
इस प्रोडक्टिविटी-लिंक्ड बोनस (पीएलबी) की गणना एक निर्धारित सीमा के तहत की जाएगी। अधिकतम बोनस की गणना 7000 रुपये की सीमा तक होगी। बोनस की राशि निकालने के लिए कर्मचारी की औसत मासिक सैलरी को 30.4 से विभाजित किया जाएगा, और फिर उसे 30 से गुणा किया जाएगा।
उदाहरण:
अगर किसी कर्मचारी का मासिक वेतन 20,000 रुपये है, तो उसे बोनस के रूप में लगभग 19,737 रुपये मिलेंगे।
कैजुअल लेबर के लिए भी है प्रावधान | Kendriya Sarkari Karmchari
इस योजना में अस्थायी श्रमिकों (कैजुअल लेबर) को भी शामिल किया गया है। इन्हें 1200 रुपये प्रति माह के अनुमानित वेतन के आधार पर बोनस दिया जाएगा। यदि किसी कैजुअल कर्मचारी का वेतन 1200 रुपये से कम है, तो उसका बोनस उसी वास्तविक वेतन के आधार पर तय किया जाएगा।
वित्त मंत्रालय की सहमति से जारी हुआ आदेश
यह पीएलबी बोनस रक्षा मंत्रालय द्वारा वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग की सहमति से जारी किया गया है। इस पहल का उद्देश्य कर्मचारियों की मेहनत को मान्यता देना और उनके प्रदर्शन को प्रोत्साहित करना है।
निष्कर्ष | Kendriya Sarkari Karmchari
इस बोनस की घोषणा से केंद्रीय रक्षा कर्मचारियों में उत्साह का माहौल है। 40 दिन के वेतन के बराबर बोनस मिलने से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि इससे उनकी कार्यक्षमता और उत्पादकता को भी प्रोत्साहन मिलेगा। यह कदम रक्षा क्षेत्र में कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया है। Also Read – MP Atithi Shikshak : एमपी में अतिथि शिक्षकों के लिए नई भर्ती प्रक्रिया