जानें पूरी जानकारी
Driving License – मध्यप्रदेश के लोगों के लिए परिवहन विभाग ने एक नई व्यवस्था लागू की है, जिसके तहत अब ई-ड्राइविंग लाइसेंस और वाहनों के ई-रजिस्ट्रेशन कार्ड परिवहन विभाग द्वारा ही जारी किए जाएंगे। इस प्रक्रिया में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (RTO) की महत्वपूर्ण भूमिका होगी, क्योंकि RTO की अनुमति और हस्ताक्षर के बिना ये दस्तावेज जारी नहीं हो पाएंगे। यह कदम स्मार्ट चिप कंपनी द्वारा सेवा बंद करने के बाद उठाया गया है।
स्मार्ट चिप कंपनी का मामला | Driving License
नोएडा की स्मार्ट चिप कंपनी 2002 से ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड प्रिंट करने का काम कर रही थी। जून 2024 में समय सीमा समाप्त होने के बाद कंपनी को अस्थायी विस्तार दिया गया था, और सितंबर तक कंपनी और परिवहन विभाग के बीच काम की सहमति बनी रही। हालांकि, 30 सितंबर को, स्मार्ट चिप कंपनी ने भुगतान में 88 करोड़ रुपये की देरी का हवाला देकर काम बंद कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप परिवहन विभाग को नए नियम लागू करने पड़े। Also Read – Baaz Ka Video : भेड़ को दबोचकर आसमान में उड़ते बाज का रोमांचक वीडियो
नए नियमों की प्रक्रिया
यदि आप नया ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना चाहते हैं या पुराने लाइसेंस का नवीनीकरण कराना चाहते हैं, तो अब यह प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। आइए जानते हैं इसका पूरा तरीका:
सारथी पोर्टल पर जाएं | Driving License
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले सारथी पोर्टल पर विजिट करें।
ऑनलाइन आवेदन करें
पोर्टल पर सभी जरूरी जानकारी भरें और आवेदन सबमिट करें।
ड्राइविंग टेस्ट | Driving License
आवेदन के बाद आपको ड्राइविंग टेस्ट देना होगा। टेस्ट पास करने पर आपकी फोटो खींची जाएगी।
RTO की अनुमति
जांच के बाद RTO द्वारा ऑनलाइन अनुमोदन दिया जाएगा, जिससे लाइसेंस प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
डिजिटल ड्राइविंग लाइसेंस की लिंक प्राप्त करें
एक बार RTO से अप्रूवल मिलने के बाद, आवेदक के मोबाइल पर SMS के जरिए एक लिंक भेजी जाएगी।
इस लिंक में आवेदक को अपना आईडी नंबर और जन्म तिथि दर्ज करनी होगी।
इसके बाद, आप अपने ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड को डिजिटल रूप में डाउनलोड कर सकेंगे। यह लाइसेंस और आरसी कई बार डाउनलोड किए जा सकेंगे।
नए नियम का फायदा | Driving License
यह नई प्रक्रिया न केवल सरल है, बल्कि कागजी दस्तावेजों की जरूरत को भी कम करेगी। अब आपको हर बार अपने साथ फिजिकल लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन कार्ड रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि ये दस्तावेज डिजिटल रूप में आसानी से उपलब्ध होंगे। यह कदम डिजिटल भारत की ओर एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो समय और संसाधनों की बचत करेगा। Also Read – Sher Ka Video : शेर को हल्के में लेना पड़ा भारी, शख्स ने बाड़े में डाला हाथ