Ladli Behna Yojana – अक्टूबर का महीना त्योहारों और खुशियों की सौगात लेकर आता है, लेकिन इसी के साथ घर के खर्चों की लंबी सूची भी जुड़ जाती है। हालांकि, इस बार मध्यप्रदेश के पात्र लोगों के लिए नवरात्रि का खास तोहफा लेकर आ रहा है। 5 अक्टूबर को एक ही दिन में सरकार की कई योजनाओं के तहत पैसे सीधे लोगों के खातों में जमा किए जाएंगे, जिससे त्योहारों के खर्चों की चिंता कम होगी।
डबल तोहफा | Ladli Behna Yojana
लाड़ली बहना योजना और पीएम किसान सम्मान निधि 5 अक्टूबर को एक खास दिन बनाया जा रहा है क्योंकि इस दिन मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की 17वीं किस्त और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त दोनों ही एक साथ पात्र लोगों के खातों में ट्रांसफर की जाएंगी। यह दोहरी खुशी खासतौर पर उन लोगों के लिए राहत लेकर आएगी, जिन्हें इन योजनाओं से नियमित आर्थिक मदद मिलती है।
लाड़ली बहना योजना का 17वीं किस्त का इंतजार हुआ खत्म
मध्यप्रदेश की लाड़ली बहना योजना देशभर की सबसे लोकप्रिय और महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मानी जाती है। इस योजना के तहत, 1.29 करोड़ महिलाओं के खातों में 5 अक्टूबर को 17वीं किस्त की राशि ट्रांसफर की जाएगी। यह राशि खासतौर पर नवरात्रि के त्योहार के पहले महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत होगी।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलेगा पैसा | Ladli Behna Yojana
किसानों के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का भी लाभ मध्यप्रदेश के 80 लाख से ज्यादा किसानों को मिलता है। इस योजना के तहत पात्र किसानों को सालाना 6000 रुपये की आर्थिक सहायता तीन किस्तों में दी जाती है। इस महीने 5 अक्टूबर को किसानों के खातों में 18वीं किस्त की राशि ट्रांसफर की जाएगी।
उज्ज्वला योजना का भी लाभ इसके साथ ही
5 अक्टूबर को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता भी पात्र महिलाओं के खाते में जमा की जाएगी। इस योजना के तहत, 450 रुपये की राशि सीधे पात्र महिलाओं के खातों में ट्रांसफर की जाएगी, जिससे उन्हें गैस सिलेंडर खरीदने में मदद मिलेगी।
त्योहारों के पहले खुशियों का उपहार | Ladli Behna Yojana
सरकार द्वारा एक साथ इन योजनाओं के तहत दी जा रही आर्थिक सहायता लोगों के लिए त्योहारों से पहले एक बड़ी राहत साबित होगी। यह कदम राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रति लोगों के विश्वास को और मजबूत करता है, और यह सुनिश्चित करता है कि त्योहारों का आनंद हर किसी को मिल सके, खासकर उन लोगों को जो इन योजनाओं के पात्र हैं।