BMO News – मुलताई : नगर के सरकारी अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं की स्थिति बिगड़ती हुई नजर आ रही है। अस्पताल में कर्मचारियों की कमी के चलते मरीजों को सही स्वास्थ्य सेवाएँ नहीं मिल पा रही हैं। इसके साथ ही, बीएमओ (ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर) की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। सोमवार को बीएमओ डॉ. पंचमसिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वे एक कर्मचारी को अपशब्द कह रहे थे।
वीडियो में क्या दिखा? | BMO News
वायरल वीडियो में बीएमओ डॉ. पंचमसिंह को एक कर्मचारी से यह कहते हुए सुना जा सकता है, “अगर काम नहीं करना है तो आज ही इस्तीफा दे दो।” यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब रोगी कल्याण समिति की ओपीडी पर्ची काटने को लेकर बीएमओ गुस्से में थे और अपशब्दों का प्रयोग कर रहे थे। Also Read – MP IPS Transfer : बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, इन 15 IPS अधिकारीयों के हुए तबादले
सामाजिक कार्यकर्ताओं का हस्तक्षेप
इस मामले के बाद, समाजसेवी जनार्दन पाटिल और जनपद सदस्य अजय बारस्कर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने देखा कि गर्भवती महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग पर्ची कटवाने के लिए लंबी कतार में धूप में खड़े थे। इस असुविधा के कारण लोग परेशान हो रहे थे। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बीएमओ से अस्पताल की व्यवस्था सुधारने की अपील की, लेकिन बीएमओ ने जवाब में एक कर्मचारी लिविस कसारे को फोन पर गालियाँ दीं और पर्ची काटने का आदेश दिया।
कर्मचारी की स्थिति | BMO News
लिविस कसारे, जो पोस्टमार्टम के काम में डॉक्टर की मदद करते हैं, ने बताया कि उनका एक्सीडेंट हो चुका है और डॉक्टर ने उन्हें बेडरेस्ट की सलाह दी है। इसके बावजूद वे काम पर आ रहे हैं और अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं।
व्यवस्थाओं में सुधार की जरूरत
यह घटना अस्पताल में कर्मचारियों की कमी और बीएमओ की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है। मरीजों और उनके परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए अस्पताल में सुधार की जरूरत महसूस की जा रही है। Also Read – Shivraj Singh Chauhan : केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की कार फस गई गड्ढे में
यह घटना एक बार फिर से सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था और चिकित्सा स्टाफ के व्यवहार को लेकर गंभीर सवाल उठाती है, जिसे तुरंत सुलझाने की आवश्यकता है।