कॉलोनियों के आसपास और मुख्य मार्गों पर आ रहे नजर
Betul News – आमला के रिहायशी इलाकों में सियारों के झुंड की बढ़ती गतिविधियों से लोगों में दहशत का माहौल है। ये सियार कॉलोनियों के आसपास और मुख्य मार्गों पर नजर आ रहे हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को चिंता हो रही है। खासतौर पर रात के समय, जब ये जानवर झाड़ियों से निकलकर सड़कों पर घूमने लगते हैं, तो लोगों का उनसे सामना होने का डर बना रहता है। वन विभाग ने इस स्थिति को सामान्य घटना बताया है, लेकिन लोगों से आग्रह किया है कि वे खुले में भोजन न डालें और सियारों का पीछा न करें।
वन विभाग की प्रतिक्रिया | Betul News
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सियारों का यह झुंड मुख्य मार्गों और कॉलोनियों के पास अक्सर देखा जा रहा है। कई बार ये रास्ते में खड़े होकर आने-जाने वालों को रोकते हैं, जिससे डर का माहौल बन गया है। उनका मानना है कि रात करीब 10 बजे से सियारों की गतिविधियों में तेजी आ जाती है। हालाँकि, वन विभाग को इस बारे में जानकारी दी गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। Also Read – Betul News : वन्य प्राणी की चहलकदमी से दहशत में ग्रामीण, बकरे को बनाया कार
वन विभाग की टीम नियमित रूप से गश्त कर रही है। उनका कहना है कि सियार आमतौर पर बाहर फेंके गए भोजन की ओर आकर्षित होते हैं, जिससे वे कॉलोनियों में आते हैं। उन्होंने लोगों से सियारों का पीछा न करने और उन्हें उकसाने से बचने की सलाह दी, क्योंकि इससे वे हिंसक हो सकते हैं।
सियार: जानने योग्य बातें
सियार मुख्यतः खुले इलाकों में रहने वाले जानवर होते हैं, जो दिन में झाड़ियों में छिपे रहते हैं और रात में भोजन की तलाश में निकलते हैं। वे छोटे जानवरों, पौधों, और कभी-कभी सड़े हुए मांस को भी खाते हैं। सियार और भेड़िया एक ही वंश के होते हैं, लेकिन ये दोनों अलग-अलग प्रजातियों के रूप में जाने जाते हैं। सियारों की चार प्रमुख प्रजातियां होती हैं: साइड-स्ट्राइप्ड, गोल्डन, सिमीयन, और ब्लैक-बैक्ड सियार।
इंसानों के लिए सियार कितने खतरनाक हो सकते हैं? | Betul News
सियार आमतौर पर इंसानों से दूर रहते हैं, लेकिन यदि वे खुद को खतरे में महसूस करते हैं, तो वे हमला कर सकते हैं। इसलिए, इन जंगली जानवरों से दूरी बनाए रखना सबसे सुरक्षित उपाय है। वन विभाग का सुझाव है कि लोग सियारों को न उकसाएं और उनके आसपास सतर्कता बरतें। Also Read – Betul News : बिना अनुमति डीजे बजाने वाले संचालकों पर पुलिस की कार्यवाही