जानें कब से शुरू हो जाएगा सूतक काल
Chandra Grahan 2024 – वैदिक पंचांग के अनुसार, 17 सितंबर 2024 को भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है, जिसे अनंत चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन गणेश विसर्जन की परंपरा भी है, जब भक्त गणपति की मूर्तियों का विसर्जन करते हैं। इस वर्ष, इसी तिथि पर विश्वकर्मा जयंती भी है, जिससे यह दिन विशेष महत्व रखता है।
इसके अतिरिक्त, 17 सितंबर को भाद्रपद माह की पूर्णिमा भी पड़ रही है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन वर्ष का आखिरी चंद्र ग्रहण भी होने वाला है, जिससे इस तिथि का ज्योतिषीय महत्व और बढ़ जाता है। Also Read – Dance Video : बजरंगबली के भजनों पर थिरकते दिखे केंद्रीय मंत्री डीडी उइके
चंद्र ग्रहण की तिथि और समय:
चंद्र ग्रहण 18 सितंबर 2024 को सुबह 6:12 बजे शुरू होकर 10:17 बजे समाप्त होगा। हालांकि, यह चंद्र ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, इसलिए यहां सूतक काल लागू नहीं होगा।
सूतक का महत्व:
ग्रहण से पहले लगने वाले समय को “सूतक” कहा जाता है। सूर्य ग्रहण के लिए सूतक काल 12 घंटे पहले शुरू होता है, जबकि चंद्र ग्रहण के लिए यह 9 घंटे पूर्व से माना जाता है। लेकिन अगर ग्रहण दिखाई न दे, तो सूतक काल मान्य नहीं होता।
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
18 सितंबर 2024 को चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद पितृपक्ष की शुरुआत होगी। इस दिन लोग स्नान-ध्यान करके अपने पितरों का तर्पण कर सकते हैं।
अस्वीकरण: इस जानकारी का स्रोत विभिन्न धार्मिक ग्रंथों, ज्योतिषीय विद्वानों और पंचांगों से लिया गया है। पाठकों से आग्रह है कि इस जानकारी का इस्तेमाल व्यक्तिगत विवेक और विचारों के आधार पर करें। Also Read – Bike Aur Train Ka Video : साहस या बेवकूफी बाइक से ट्रेन खींचने की कोशिश करने लगा शख्स