खातों में पहुंचेंगे 225 करोड़ रुपये
Kisan News – महाराष्ट्र के परभणी जिले के किसानों के लिए एक अच्छी खबर आई है। केंद्र सरकार ने शनिवार को एक बीमा कंपनी को निर्देश दिया है कि वह किसानों के लंबित फसल बीमा दावों का जल्द से जल्द निपटारा करे। उम्मीद है कि एक सप्ताह के भीतर किसानों के बैंक खातों में बीमा क्लेम की राशि जमा कर दी जाएगी। इससे जिले के लाखों किसानों को उनके आर्थिक नुकसान से कुछ राहत मिलेगी। इस खबर से किसानों में उत्साह का माहौल है। Also Read – MP Kisan : मोहन सरकार के इस ऐलान से खिल उठे प्रदेश के किसानों के चेहरे
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी आदेश के बाद लगभग 2 लाख किसानों के खातों में 225 करोड़ रुपये के लंबित दावों का भुगतान किया जाएगा। यह आदेश 21 अगस्त को नांदेड़ में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और किसानों के बीच हुई बैठक के बाद जारी किया गया है। इस बैठक के दौरान किसानों ने सोयाबीन फसल के लंबित बीमा दावों का मुद्दा उठाया था। 22 अगस्त को कृषि और किसान कल्याण विभाग द्वारा राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समिति (टीएसी) की बैठक आयोजित की गई। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि समिति ने फसल कटाई के संबंध में बीमा कंपनी की आपत्तियों को खारिज कर दिया और लंबित दावों के निपटारे का आदेश दिया।
जिले के 2 लाख किसानों को मिलेगा सीधा लाभ | Kisan News
हालांकि, बयान में बीमा कंपनी का नाम नहीं बताया गया है, लेकिन केंद्रीय टीएसी ने शनिवार को कंपनी को निर्देश दिया है कि वह सात दिनों के भीतर बकाया राशि का भुगतान करे। इस निर्णय से परभणी जिले के लगभग 2 लाख किसानों को लाभ होगा, जिन्हें 200 से 225 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। जब परभणी जिले के किसानों ने नांदेड़ दौरे के दौरान अपनी समस्या को उठाया, तो चौहान ने कृषि अधिकारियों को इस मामले को तुरंत सुलझाने का निर्देश दिया था।
गुजरात में भी मिलेगा फसल नुकसान का मुआवजा | Kisan News
इसी बीच, गुजरात से खबर आई है कि राज्य सरकार ने फसल नुकसान की सर्वे रिपोर्ट के आधार पर सहायता राशि देने की घोषणा की है। कैबिनेट ने इस सहायता राशि को मंजूरी दे दी है, और जल्द ही प्रदेश के 9 जिलों के किसानों के खातों में यह राशि जमा हो जाएगी। सरकार ने 45 तहसीलों के किसानों के लिए 350 करोड़ रुपये की कृषि सहायता राशि देने का ऐलान किया है। सरकार की इस घोषणा से बारिश से प्रभावित किसानों ने राहत की सांस ली है, और वे अब इस राशि से दूसरी फसलों की बुवाई की योजना बना रहे हैं। Also Read – Kheti Kisani : गाय का ये दोष की वो फसल खाती है, और उसे लेकर पुलिस चौकी पहुंचे किसान